MP News: 5 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी का खुलासा, भोपाल पुलिस ने 2 ठगों को किया गिरफ्तार, क्रिप्टो एक्सेंज तैयार कर करते थे फर्जीवाड़ा

crypto currency scam; पीड़ित विराज के साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी. वहीं जांच के सही पाए जाने पर आरोपियों पर धारा 406, 420, 120(बी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया.
A person cheated of Rs 60 lakh in Indore

इंदौर में एक शख्स से 60 लाख रुपये की ठगी

Cyber Froud: भोपाल में साइबर ठगी का मामला सामने आया है. यहां साइबर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने 2 ठगो को पकड़ा है. इन ठगों पर करीब 5 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है. ठग लोगों से पैसे को इनवेस्ट करा कर दोगुना करने का लालच देते थे. पैसे को एक नकली वेबसाइट में इनवेसेट कराया जाता था. फिर ठगी को अंजाम दिया जाता था.

रुपयों को तीन गुना करने का लालच दिया

17 अप्रैल को पीड़ित राजेंद्र विराज सिंह वर्मा जो कि कटारा हिल्स मे रहते हैं. उन्होंने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें बताया गया था कि उसके साथ सुमित जैन निवासी (दुबई फाउण्डर गोल्ड डेजर्ट काईन), अतुल जैन निवासी मण्डला एवं त्रिलोक पाटीदार निवासी भोपाल द्वारा वेबसाइट के माध्यम से गोल्ड डेजर्ट कॉईन में रूपये इन्वेस्ट कराने के नाम पर धोखाधड़ी की है. विराज ने बताया कि golddesertcoin.info  वेबसाइट 01 लाख 15 हजार रूपये की धोखाधड़ी की गयी है. जिसमें पहले पीड़ित को इसमें रूपये इन्वेस्ट करने के लाभ बताये गये कि DGC कॉईन में रूपये इन्वेस्ट करने पर आपके रूपये कई गुना हो जायेंगे. आवेदक द्वारा आरोपी त्रिलोक पाटीदार द्वारा अरेंज की गयी. मीटिंग अटेण्ड की तो वहां पर आरोपी द्वारा भी आवेदक को बताया गया कि इसमें आप रूपये इन्वेस्ट करों और कुछ मत सोचो आपके रूपये अभी कुछ ही दिन में तीन गुना हो जायेगे. जिसके विराज ने अपने रुपयों को ठगो के बताए गए तरीके के अनुसार इनवेस्ट कर दिया गया. लेकिन बाद में पता चला की उनके साथ धोखाधड़ी हुई है.

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सेमिनार के जरिये लोगों को कराया जाता था इनवेस्ट

बता दें कि गिरफ्तार आरोपी त्रिलोक पाटीदार गोल्ड डेजर्ट कॉईन का मुख्य प्रमोटर है जो कि देश के विभिन्न राज्यों में जाकर हाई प्रोफाईल होटलों में 100-150 लोगों को एकत्रित कर उनको GDC कॉइन में इन्वेस्ट करने के लिए उकसाता था. कि यदि अभी इसमें इन्वेस्ट करो तो बिटकॉईन की तरह इसमें लाभ होगा. GDC कॉइन की वेल्यू कुछ ही दिनों में बिटकॉईन की तरह हो जायेगी. इसके बाद आरोपी त्रिलोक पाटीदार द्वारा उक्त फ्रॉड से प्रेरित होकर वृहद स्तर पर फ्रॉड करने हेतु अपने साथियों के साथ मिलकर ट्रेड क्रिप्टो 24 नाम से क्रिप्टो एक्सचेंज ही खड़ी कर दी. उपरोक्त DGC/GDC कॉइन एवं ट्रेड क्रिप्टो 24 एक्सचेंज का कहीं भी कोई भी रजिस्ट्रेशन आरोपियों द्वारा नहीं करवाया गया. यह केवल और केवल फ्रॉड हेतु ही डेवलप की गयी थी. यहां पर आरोपी छोटे-छोटे पेयआऊट करते जाते थे एवं यदि किसी का बड़ा पेयआऊट होता था तो उसे रोक देते थे. छोटे -छोटे पेयआऊट मिलने पर लगता था कि रूपये मिल रहे है. इस तरह से आरोपीगण पूरे देश भर में फ्रॉड कर रहे थे.

वहीं https://golddesertcoin.com का प्रारंभिक डेवलपर अमर लाल वाधवानी को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपी अमर द्वारा मुख्य आरोपी को क्रिप्टकरेंसी की बेवसाईट तैयार करने में मदद की है.

पुलिस ने किया मामला दर्ज

पीड़ित विराज के साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी. वहीं जांच के सही पाए जाने पर आरोपियों पर धारा 406, 420, 120(बी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. इसके बाद तकनीकी एनालिसिस के आधार पर प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से https://golddesertcoin.info एवं https://tradecrypto24.com वेबसाइट का एडमिन त्रिलोक पाटीदार एवं बेवसाईट का डेवपलपर अमर लाल वाधवानी को भोपाल से गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 03 मोबाईल फोन, 01 लेपटॉप, 01 पीसी जप्त किया गया हैं.

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