MP News: प्रदेश में आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ी, MP में पहली बार 7 IAS को मिली डॉग बर्थ कंट्रोल की जिम्मेदारी
MP News: भोपाल मध्य प्रदेश में पहली बार योजना विकसित कर रही है. डॉग बर्थ कंट्रोल की जिम्मेदारी सात सीनियर आईएएस को सौंपी गई है. प्रदेश स्तर पर पहली बार व्यापक योजना बनाई गई है. आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. इन पर लगाम लगाने के लिए अब राज्य सरकार प्रदेश के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कुत्तों की आबादी प्रबंधन के लिए एक व्यापक जिलावार योजना विकसित करने जा रही है. इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई सहित सात आईएएस अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रदेश में कुत्तों की आबादी पर नियंत्रण के लिए ठोस कार्ययोजना का क्रियान्वयन नहीं होंने से इनकी आबादी निरंतर बढ़ रही है. इनकी आबादी के हिसाब से इनके खान-पान का प्रबंध नहीं हो पाने से ये आवारा कुत्ते खूंखार हो रहे है. ये आने-जाने वालों के पीछे दौड़ते है और लोगों को काटते है. इस सब पर रोक लगाने के लिए प्रदेश के छह आईएएस अधिकारियों को प्रदेशभर के लिए जिलावार व्यापक कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी सौपी गई है.
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ये अफसर बनाएंगे
कार्ययोजना नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा, स्वास्थ्य आयुक्त तरुण पिथौड़े, पंचायत एवं ग्रामीण विकास आयुक्त मनोज पुष्प, नगरीय प्रशसन विभाग के आयुक्त भरत यादव, राज्य के दो नगर निगमों के आयुक्तों के अलावा राज्य पशु कल्याण बोर्ड के दो प्रतिनिधि और प्रभारी अधिकारी, राज्य पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष, भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के दो प्रतिनिधि, भारतीय पशु चिकित्सा संगठन के स्टेट चैप्टर के प्रतिनिधि को शामिल किया गया है.
हर तीन माह में करेंगे बैठक
पशु जन्म नियंत्रण नियमों के अनुसार स्थानीय प्राधिकरण स्तरों पर पशु जन्म नियंत्रण निगरानी समितियों की स्थापना की जाएगी. पशुओं के प्रति क्रूरता की शिकायतों की भी सुनवाई होगी. हर तीन माह में एक बार ये सभी बैठक करेंगे.