MP News: विभाग का अजीब कारनामा, बंदोपाध्याय को बिना पद दिया चीफ सेक्रेटरी का 4 महीने तक वेतन, गलती सुधारने से पहले अधिकारी रिटायर
MP News: प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक) के जिम्मेदार अफसरों से एक ऐसी गफलत हो गई जिसको दुरुस्त करने में चार महीने लग गए. यह गलती ठीक भी तब हुई जब संबंधित अधिकारी रिटायर हो गए. मामला है अपर मुख्य सचिव (एसीएस) के पद का. दरअसल एसीएस का पद न होते हुए भी एक वरिष्ठ आईएएस अफसर को एसीएस के पद पर बैठा दिया गया, जब तक जिम्मेदार आईएएस अफसरों को यह बात समझ में आई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक में इस गलती को ठीक किया गया.
अब बंदोपाध्याय की मध्यप्रदेश वापसी और उनके रिटायरमेंट के बाद सात माह की अवधि के बाद जीएडी ने कैबिनेट से इस पद की मंजूरी ली. बंदोपाध्याय के समय से केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से आईएएस संजय बंदोपाध्याय की वापसी के बाद मध्यप्रदेश में मुख्य सचिव वेतनमान में तय चौदह से अधिक संख्या में एसीएस हो गए थे। लेकिन उनकी वापसी के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने किसी भी अफसर को रिवर्ट नहीं किया और प्रदेश में तय संख्या से अधिक अफसर सीएस वेतनमान में काम करते रहे. अब बंदोपाध्याय के रिटायर होने के बाद कैबिनेट से मुख्य सचिव वेतनमान के लिए एक अस्थाई पद की चार माह के लिए मंजूरी ली गई. कैबिनेट बैठक में मुख्य सचिव ग्रेड सवा दो लाख रुपए प्रति माह में एक अस्थाई पद 15 जनवरी 2024 से 31 मई 2024 तक की अवधि के लिए निर्मित किए जाने प्रस्ताव को सात माह बाद कैबिनेट से मंजूरी दिलाई गई है। सूत्रों के मुताबिक 1988 बैच के आईएएस अधिकारी संजय बंदोपाध्याय केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से समय से पहले मध्यप्रदेश वापस आ गए. उन्हीं के बैच की अफसर वीरा राणा प्रदेश की मुख्य सचिव है इसलिए बंदोपाध्याय को कर्मचारी चयन मंडल का अध्यक्ष बनाया गया था. ये एसीएस होंगे इस साल रिटायर केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ आशीष उपाध्याय इसी माह सितंबर में सेवानिवृत्त हो रहे है लेकिन उनके रिटायरमेंट का लाभ मध्यप्रदेश के आईएएस को मुख्य सचिव वेतनमान में पदोन्नति के लिए नहीं मिल पाएगा. वीरा राणा का सीएस एक्सटेंशन भी इसी माह समाप्त हो रहा है.
पंकज और श्रीवास्तव होंगे रिटायर, मंडलोई का प्रमोशन तय
एसीएस मलय श्रीवास्तव नवंबर और पंकज राग अक्टूबर में रिटायर हो रहे हैं. अब वीरा राणा का एक्सटेंशन नहीं बढ़ाया जाता है तो प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई को इस माह के अंत में एसीएस के पद पर पदोन्नत किया जा सकता है. यदि राणा को एक्सटेंशन मिला तो नवंबर माह में मलय श्रीवास्तव के सेवानिवृत्त होने पर नीरज मंडलोई को एसीएस के पद पर पदोन्नत किया जाएगा.
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पहले वापसी से बनी स्थिति
बंदोपाध्याय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण में दिसंबर 2021 से अध्यक्ष थे. केन्द्र में सचिव और उसके समकक्ष एंपेनल होंने के बावजूद केन्द्र सरकार ने उन्हें सचिव नहीं बनाया जबकि उनसे जूनियर 1991 बैच के तमिलनाडु कैडर के टीके रामचंद्रन बंदोपाध्याय से तीन साल जूनियर अधिकारी जहाजरानी तथा पोत मंत्रालय में सचिव के पद पर है. जूनियर के नीचे काम करने से बंदोपाध्याय खुश नहीं थे.
कल्पना को भी मिला था लाभ, स्मिता को रिवर्ट करना भूले अधिकारी
इस लेटलतीफी के चलते पद न होते हुए भी सीएस वेतनमान में अफसर काम करते रहे और अब सात माह बाद कैबिनेट से इसकी मंजूरी ली गई है. सामान्य प्रशासन विभाग ने स्मिता भारद्वाज के बाद कल्पना श्रीवास्तव को भी डेढ़ माह के लिए सीएस वेतनमान दिया था. सामान्य प्रशासन विभाग ने आधिक्य के पद पर सीएस वेतनमान में अधिकारियों के बने रहने के लिए डीओपीटी से तो अनुमति ले ली थी लेकिन मध्यप्रदेश की कैबिनेट से इसकी मंजूरी नहीं ली थी.