MP News: प्रदेश के गांवों में गर्मी से तड़पते रहे लोग, बिजली कंपनियों ने आंध्र-उड़ीसा और यूपी को बेच दी 400 करोड़ की बिजली

Electricity Scam: सूत्रों का कहना है कि करीब हजार करोड रुपए से अधिक की बिजली बेची गई है. मध्य प्रदेश में 24 घंटे बिजली की डिमांड रही. दूसरी तरफ बिजली कंपनियों ने दूसरे राज्यों को बिजली बेच दी.
The power companies of the mp supplied electricity to other states.

प्रतीकात्मक चित्र

Electricity Scam: मध्य प्रदेश में सरकारी विभागों में अक्सर गड़बड़ियों के मामले सामने आते हैं. अब बिजली कंपनियों ने भी कारनामा करना शुरू कर दिया है. मध्य प्रदेश में गर्मी के दिनों में बिजली की कटौती करके कंपनियों ने दूसरे राज्यों को बिजली भेज दी. करीब 400 करोड रुपए की बिजली आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना को बेचने का मामला सामने आया है, जबकि मध्य प्रदेश में गांवों में ग्रामीण गर्मी के मौसम में तड़पते रहे. इधर, बिजली कंपनियों ने दूसरे राज्यों को मुनाफा पहुंचा दिया.

जानकारी की मुताबिक मध्य प्रदेश में अघोषित कटौती के कारण शहर से लेकर गांव तक के लोग गर्मी में जूझते रहे.पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 400 करोड रुपए की बिजली दूसरे राज्यों को बेच दी. यह कारनामा अप्रैल में बिजली कंपनियों ने किया है. अप्रैल ही बल्कि यह सिलसिला मई में भी जारी रहा.

सूत्रों का कहना है कि करीब हजार करोड रुपए से अधिक की बिजली बेची गई है. मध्य प्रदेश में 24 घंटे बिजली की डिमांड रही. दूसरी तरफ बिजली कंपनियों ने दूसरे राज्यों को बिजली बेच दी. यह पूरा कारनामा बिजली कंपनियों ने ब्रोकर के जरिए अंजाम दिया दूसरे राज्यों को बिजली बैंकिंग कर दी गई राज्य के पास पर्याप्त बिजली हो और दूसरे उपभोक्ताओं को भरपूर दी जा रही हो तो बिजली कंपनियों पर भी सरकार को एक्शन लेना चाहिए. मध्य प्रदेश सरकार ने दावा किया था कि मध्य प्रदेश बिजली के मामलज में सरप्लस प्रदेश है. ऐसे में जब प्रदेश के लोगों को ही बिजली ना मिले और दूसरे राज्यों को बिजली बेची जाए तो बिजली कंपनियों के खिलाफ एक्शन जरूरी हो जाता है.

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सवालों के घेरे में फंसी तो दिया अजीब तर्क – रबी की फसल के लिए वापस आ जाएगी बिजली

उड़ीसा उत्तर प्रदेश और तेलंगाना को करीब 32 करोड़ यूनिट बिजली दी गई है. जिसकी बाजार कीमत 160 करोड़ रुपए है. उधर बिजली कंपनियों ने तर्क दिया है कि दूसरे राज्यों को इसलिए बिजली दी गई है कि जब मध्य प्रदेश में रबी की फसल के समय सिंचाई की जरूरत हो तो मध्य प्रदेश को वापस कर दी जाए. वहीं अन्य राज्यों को 52 करोड़ यूनिट बिजली बेची गई है. दूसरे राज्यों को बिजली बेचें जाने का मामला सामने आया. इसके बाद ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने बिजली कंपनियों की अधिकारियों को तलब किया और पूछा तो उन्होंने कारण बताया कि वापस मध्य प्रदेश को बिजली 2 से 3 महीने के भीतर मिल जाएगी. अब ऊर्जा विभाग के अधिकारी कंपनी के ऑडिट का इंतजार कर रहे हैं जिससे पूरी करतूत बिजली कंपनियों के सामने आ सके.

इनको बेची बिजली

आंध्र प्रदेश 3.6 करोड़
उड़ीसा 9.6 करोड़
उत्तर प्रदेश 5.4 करोड़
तेलंगाना 13.9 करोड़
कुल 32.5 करोड़ यूनिट

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