MP News: जबलपुर में खनन विभाग और पुलिस के अधिकारियों की छापामार कार्रवाई, 15 करोड़ की रेत जब्त
MP News: मानसूनी सीजन में नर्मदा नदी में रेत उत्खनन पर रोक लगा दी गई है लेकिन इसके बावजूद भी रेट माफिया लगातार न केवल खनन कर रहे हैं बल्कि अवैध रेत का भंडार भी कर रहे हैं ताकि जब नर्मदा नदी में पूरी तरह से रेत निकलना बंद हो जाए तो महंगे दामों पर रेत को बेची जा सके. रेत माफियाओं के इन्हीं मंसूबों पर जिला प्रशासन ने पानी फेर दिया. जिला प्रशासन की टीम ने जबलपुर के झांसीघाट से बड़ी मात्रा में अवैध रेत का भंडार जब्त किया है.
जांच करने पर मिले रेत के बड़े-बड़े पहाड़
शहपुरा के झांसी घाट से नरसिंहपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर अवैध रेत के भंडार मिले हैं नर्मदा के तट पर भी अवैध रेत का भंडार मिला है खनन विभाग और पुलिस के अधिकारियों ने संयुक्त टीम बनाकर छापा मार कार्रवाई की तो बड़ी मात्रा में रेत का अवैध स्टॉक बरामद हुआ. शहपुरा के झांसी घाट और आसपास के इलाकों में जब जांच पड़ताल की गई तो रेत के बड़े-बड़े पहाड़ नजर आए. वहां से करीब 15 करोड रुपए की 625 हाईवे रेट जब्त की गई है. इतनी बड़ी मात्रा में रेत मिलने के बाद यह सवाल उठा रहा है कि आखिरकार यह किसकी रेत है क्योंकि जब प्रशासन की कार्रवाई चल रही थी तो कोई भी दावा करने नहीं पहुंचा.
अवैध स्टॉक की जांच पड़ताल जारी
लिहाजा प्रशासन की टीम ने वैध ठेकेदार शर्मा एसोसिएट को रेट सुपुर्द कर दी गई है. हालांकि प्रशासन ने इसकी पूरी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कराई है ताकि रेत का हिसाब रखा जा सके. फिलहाल रेट का अवैध स्टॉक की जांच पड़ताल जारी है और यह आकलन किया जा रहा है कि इसकी कीमत कितनी हो सकती है फिलहाल रेत को जब्त कर प्रकरण बनाया गया है और कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा.
आपको बता दें, की मानसूनी सीजन में नर्मदा नदी से रेत निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है. लेकिन रेत माफिया उसके बावजूद भी नर्मदा से रेत निकालने का सिलसिला जारी रखते हैं. सूनसान इलाकों में रेत कोई इकट्ठा कर भंडार के रूप में रख लेते हैं ताकि रेत के दाम बढ़ाया जा सके वर्तमान में जबलपुर में 8 से 10 हजार रुपए में बिकने वाला रेत का हाइवा 25 से 30 हजार रुपए में बिक रहा है.