MP News: मध्य प्रदेश की राजनीति से दूर दिल्ली में पार्टी के लिए फंड जमा करेंगे कमलनाथ, मिल सकती है ये बड़ी जिम्मेदारी

MP News: मध्य प्रदेश में साल 2023 में विधानसभा चुनाव हुए कांग्रेस को पूरा भरोसा था कि मध्य प्रदेश में सरकार बनेगी लेकिन परिणाम विपक्ष की भूमिका के लिए सामने आए
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ (फोटो- सोशल मीडिया)

MP News:  मध्य प्रदेश कांग्रेस खेमे से बड़ी खबर है. मध्य प्रदेश में पिछले 5-6 साल से लगातार सक्रिय रहे कमलनाथ जल्द ही नई भूमिका में नजर आएंगे. माना जा रहा है कि कमलनाथ अब एआईसीसी में पदाधिकारी जल्द ही बनेंगे. संभवत कोषाध्यक्ष या फिर महासचिव के पद पर उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी. लगभग सही है कि मध्य प्रदेश की राजनीति से कमलनाथ दूर होंगे और एक बार फिर दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हो जाएंगे. कमलनाथ 30 साल बाद फिर से दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने की भूमिका में नजर आएंगे. दिल्ली की एक्टिव पॉलिटिक्स में कमलनाथ ने कांग्रेस को कई बार संजीवनी भी दी है. कमलनाथ की खासियत है कि दूसरे दलों के नेताओं से भी उनके बेहतर संबंध है जो अक्सर कांग्रेस के लिए फायदेमंद भी रहे हैं.

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि, कांग्रेस के खाते सीईज होने के बाद पार्टी को एक ऐसा नेता चाहिए है. जो अपने दम पर पैसा इकट्ठा कर सके. कमलनाथ उसे भूमिका पर जरूर पार्टी के लिए खरे उतरेंगे. पिछले दिनों कमलनाथ की राहुल गांधी से बंद कमरे में मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात के बाद ही माना जा रहा था कि मध्य प्रदेश से कमलनाथ दिल्ली वापस लौटेंगे और कमलनाथ ने भी इशारा कर दिया है कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाएंगे. इसके पीछे की वजह है कि कमलनाथ के देश बड़े कई उद्योगपतियों से रिश्ते बेहतर है. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री रहते हुए कमलनाथ ने मैग्नीफिसेंट एमपी कार्यक्रम रखा था. इसमें देश के तमाम बड़े उद्योगपति शामिल हुए और कमलनाथ को भरोसा दिलाया कि मध्य प्रदेश में उद्योग लगाएंगे. हालांकि 15 महीने की सरकार में कमलनाथ ने प्रशासनिक के साथ-साथ मध्य प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए बेहतर कदम उठाए. हालांकि बाद में सिंधिया पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए इसके बाद कांग्रेस की सरकार चली गई.

विधानसभा चुनाव के बाद हटाए गए थे कमलनाथ

मध्य प्रदेश में साल 2023 में विधानसभा चुनाव हुए कांग्रेस को पूरा भरोसा था कि मध्य प्रदेश में सरकार बनेगी लेकिन परिणाम विपक्ष की भूमिका के लिए सामने आए. पार्टी हाई कमान ने कमलनाथ को इस हार की वजह मानी. इसके बाद कांग्रेस ने कमलनाथ को अध्यक्ष पद से हटा दिया. 35 साल की राजनीति में कमलनाथ के लिए यह काफी बड़ा सदमे में जैसा रहा. वही एक और बड़ा झटका कमलनाथ को लोकसभा चुनाव में लगा छिंदवाड़ा से नकुलनाथ चुनाव हार गए जबकि कमलनाथ का छिंदवाड़ा गढ़ रहा. बीजेपी ने कमलनाथ को छिंदवाड़ा में शिकस्त देने के लिए विधायक और महापौर को भी पार्टी मे शामिल करा लिया.

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नए अध्यक्ष जीतू को दिल्ली से देंगे सलाह, साइड लाइन करना बड़ी वजह

मध्य प्रदेश कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जीतू पटवारी ने कमलनाथ को लगभग किनारा ही कर दिया था. कमलनाथ कांग्रेस के भीतर के चाणक्य रूप में काम कर चुके हैं… कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में कई नेताओं के दरकिनार किए जाने पर राहुल गांधी से मुलाकात कर अपने लिए एक नया पद जरूर पक्का कर लिया है. संभवत जल्द ही AICC इस संबंध में आदेश भी जारी कर दे. मध्य प्रदेश के राजनीतिक जानकार बताते हैं कि अब दिल्ली में बैठकर जीतू पटवारी को कमलनाथ जरूर सलाह देंगे. क्योंकि कई मामलों को लेकर जीतू पटवारी ने कमलनाथ की बात को अनसुना किया था. जिसके बाद कमलनाथ थोड़ा कांग्रेस से जरूर नाराज हुए. हालांकि कांग्रेस में कमलनाथ को लेकर एक और चर्चा काफी सुर्खियों में रही. कमलनाथ भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं. जिसके बाद हाई कमान ने कमलनाथ से चर्चा की और उन्हें समय रहते हुए मान लिया था.

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