MP News: छिंदवाड़ा सीट पर होगा घमासान, मौजूदा सांसद नकुलनाथ और दो बार नाथ परिवार से हारने वाले विवेक बंटी साहू होंगे आमने-सामने
भोपाल: मध्यप्रदेश की 29 में से जिन सीटों पर कांग्रेस ने उम्मीदवारों की घोषणा की है उनमें से एक छिंदवाड़ा सीट भी है. छिंदवाड़ा कांग्रेस की सबसे सुरक्षित सीट माने जाने वाली सीट है. इस सीट से कमलनाथ नौ बार सांसद रहे हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एमपी की 29 में से 28 सीटें जीती थीं. जो एक सीट रह गई थी वो छिंदवाड़ा लोकसभा सीट थी. इस बार कांग्रेस ने इस सीट से नकुलनाथ को उतारा है जो वर्तमान सांसद हैं. वहीं बीजेपी ने विवेक बंटी साहू पर अपना दांव लगाया है. क्या कहता है दोनों का राजनीतिक इतिहास जानते हैं
नकुलनाथ – छिंदवाड़ा से वर्तमान सांसद
संपत्ति – छह अरब रुपये+
आपराधिक रिकॉर्ड – शून्य(0)
नकुलनाथ छिंदवाड़ा से वर्तमान सांसद हैं. साल 2019 में कांग्रेस की टिकट पर जीतकर आए और सांसद बने. डिजिटल संसद की जानकारी के अनुसार नकुलनाथ बिजनेसपर्सन हैं. राजनीतिक करियर की बात की जाए तो नकुलनाथ केवल एक बार के सांसद हैं. इससे पहले उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा. 49 साल के नकुलनाथ लोकसभा चुनाव में आगामी आमचुनाव में दोबारा किस्मत आजमाने जा रहे हैं.
छिंदवाड़ा सीट से नकुलनाथ के माता-पिता दोनों सांसद रह चुके हैं. इस सीट पर नकुलनाथ के पिता कमलनाथ यहां से नौ बार और मां अलकानाथ एक बार सांसद रह चुकी हैं. अपने पिता की तरह नकुलनाथ बहुत ही कम राजनीतिक रूप से सक्रिय दिखते हैं. कांग्रेस पार्टी में उन्हें कोई जिम्मेदारी भी नहीं दी गई है. वे अपने पिता और अपने के लिए चुनाव प्रचार के लिए जरूर दिखते है.
छिंदवाड़ा से सांसद बनने के पीछे एक कहानी है. साल 2018 में एमपी विधानसभा चुनाव हुए और कांग्रेस ने बीजेपी से ज्यादा सीटें जीत लीं. कांग्रेस ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया. कमलनाथ ने छिंदवाड़ा सांसद से इस्तीफा देकर छिंदवाड़ा सीट से विधानसभा सीट जीतकर आए. साल 2019 के आमचुनाव के लिए नकुलनाथ को छिंदवाड़ा सीट से लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया. 2019 में नकुलनाथ ने अपने प्रतिद्वंदी यानी बीजेपी उम्मीदवार नाथन शाह को मात्र 42 हजार वोट से हराया था.
नकुलनाथ की गिनती देश के सबसे अमीर सांसद के रूप में होती है. नाथ के पास 660 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है.
विवेक बंटी साहू – बीजेपी से उम्मीदवार
संपत्ति – 36 करोड़ रुपये+
आपराधिक रिकॉर्ड – दो
बीजेपी ने विवेक बंटी साहू को आमचुनाव 2024 के लिए उम्मीदवार बनाया है. विवेक भी बिजनेसमैन हैं. साल 2019 के छिंदवाड़ा उपचुनाव में विवेक ने नकुलनाथ के पिता को विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर दी थी. कमलनाथ इस सीट से मात्र 25 हजार मतों से जीतकर आए थे. विवेक बंटी साहू का भले ही राजनीतिक करियर छोटा रहा हो लेकिन उन्हें संगठन की जिम्मेदारी मिलती रही है.
छिंदवाड़ा उपचुनाव 2019 से पहले वे बीजेपी जिला अध्यक्ष थे. जब उनके चुनाव लड़ने की घोषणा हुई तो उन्हें इस पद से मुक्त कर दिया. चुनाव में हार मिलने के बाद बीजेपी ने उन पर फिर से भरोसा जताते हुए बीजेपी जिलाध्यक्ष बना दिया. साल 2019 में विवेक बंटी साहू ने नकुलनाथ के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. इस चुनाव में विवेक 37 हजार वोटों से हारे थे और दूसरे नंबर पर रहे.
छिंदवाड़ा सीट पर विवेक लगातार सक्रिय हैं. बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं का लगातार दौरा हो रहा है. बीजेपी का मिशन-29 है यानी एमपी की 29 में से 29 सीट जीतना. कैबिनेट मंत्री से लेकर संगठन के नेता चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. बीजेपी बड़े पैमाने पर छिंदवाड़ा सीट पर सदस्यता अभियान चला रही है. कांग्रेस के नेताओं को बीजेपी पार्टी में शामिल कर रही है. कुछ दिनों पहले बीजेपी ने दीपक सक्सेना को बीजेपी में शामिल किया. ये वही दीपक सक्सेना हैं जिन्होंने कमलनाथ को विधायक बनाने के लिए विधायक पद से इस्तीफा दिया था.
विवेक बंटी साहू कहते हैं – जब जीतेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं
एक नजर छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस की सबसे सेफ सीट रही है. 72 साल के इतिहास में बीजेपी इस सीट से केवल एक बार लोकसभा का उपचुनाव जीती थी.साल 1997 में हुए लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी के सुंदरलाल पटवा ने ये सीट जीती थी. आज तक बीजेपी इस सीट से लोकसभा चुनाव नहीं जीत सकी. इस सीट पर नाथ परिवार का कब्जा रहा ऐसा कहा जाए तो गलत नहीं होगा. कमलनाथ नौ बार, पत्नी अलकानाथ एक बार और बेटा नकुलनाथ एक बार सांसद रह चुके हैं.
(स्त्रोत : myneta.info, digital sansad, mpvidhansabha)