MP News: रायसेन में रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी के साथ बड़ा Cyber Scam, आधार OTP के जरिए ठगों ने लगाया 10 लाख का चूना

MP News: इस घटना के बाद पीके चावला के बेटे और वार्ड नंबर 6 से कांग्रेस पार्षद प्रभात चावला का कहना है कि लोगों के शासकीय कर्मचारी और शासन का गोपनीय डेटा फ्रॉड और साइबर ठगों पास कैसे पहुंचा यह काफी गंभीर विषय है.
Raisen DSP Pratibha Sharma giving information about the case and retired PK Chawla came to complain.

मामले की जानकारी देती हुई रायसेन डीएसपी प्रतिभा शर्मा और शिकायत करने पहुंचे रिटायर्ड हुए पीके चावला

विजय सिंह राठौर- 

MP News: रायसेन में एक साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया, यहां साइबर ठगों ने पेंशन अधिकारी बन कर सरकारी कर्मचारी को लाखों का चूना लगा दिया. रिटार्यड कर्मचारी की पेंशन में नॉमिनी बनाने को लेकर आधार ओटीपी मांग इस पूरे वारदात को अंजाम दिया गया. शिकायत के बाद अब रायसेन पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

यह है पूरा मामला

विदिशा से जिला शहरीय विकास अधिकरण अधिकारी(पीओ डूडा) के पद से रिटायर्ड हुए पीके चावला को अपने जाल में फंसा कर उनसे पत्नी को नोमिनी बनाने के नाम पर आधार का ओटीपी लेकर उनके खाते से करीब 10 लाख रुपए गायब कर दिए. जिसकी शिकायत सूचना थाना कोतवाली रायसेन और एसपी ऑफिस साइबर सेल से की है. उनके खाते से पैसे गायब होकर नागपुर की एक बैंक में ट्रांसफर किए गए हैं. इस घटना के बाद उन्होंने तत्काल एटीएम और बैंक पहुंचकर अपने खाते को होल्ड करा दिया है.

सेवानिवृत्ति पीके चावला ने को बताया की उनके पास 20 जुलाई कल शनिवार को एक कॉल आया बीके त्रिपाठी के नाम से उन्होंने सबसे पहले चावला का नाम पूछा और कहां की आपकी पेंशन चालू हो गई है, पेंशन के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन होना है हम डायरेक्ट से बोल रहे हैं. इस पर श्री चावला ने भरोसा कर कहा कि हां पेंशन प्राप्त हो रही है फिर साइबर ठग ने कहा कि आप को जो पैसा मिला है. उसका नॉमिनेशन किसको बनाना है, तो इस पर चावला ने कहा कि मेरी पत्नी और मेरे पोते को इसके बाद साइबर ठग द्वारा नॉमिनेशन करने वाली उनकी पत्नी के आधार कार्ड की फोटो कॉपी मांगी गई.

यह भी पढ़ें- MP News: रीवा में सड़क का विरोध कर रही थीं दो महिलाएं, दबंगों ने डंपर से मुरूम डालकर जमीन में गाड़ दिया, Video

भरोसे में लेकर ठगी को दिया अंजाम

साइबर ठग द्वारा चावला को यह भी बताया कि रायसेन ट्रेजरी अधिकारी गुप्ता भी उनके साथ में है तो इस बार चावला ने कहा कि गुप्ता पहले से ही परिचित हैं. उनके साथ भी काम किया है इस बात पर भरोसा कर उन्होंने पत्नी का आधार कार्ड की फोटो कॉपी साइबर ठग को सेंड कर दी इसके बाद साइबर ठग ने कहा कि आपके पास एक ओटीपी आएगी इसके 2 मिनट बाद ओटीपी आई और चावला द्वारा साइबर ठग को ओटीपी बता दी. इसके बाद शाम 4 बजे उनके खाते से सबसे पहले 4 लाख 91 हजार 967 रुपए की राशि कट जाती है जब उन्होंने मोबाइल में राशि काटने का मैसेज चेक किया तो तत्काल अपने बेटे जो वार्ड नंबर-6 से कांग्रेस पार्षद प्रभात चावला को बताया इसके बाद वह एटीएम पहुंचे और यहां से उन्होंने स्टेटमेंट निकाल तो अपने खाते से राशि कटी हुई आई. इसके बाद वह बैंक पहुंचे तो रविवार होने के कारण बैंक बंद हो चुकी थी.

उन्होंने बैंक टोल फ्री नंबर पर कॉल कर अपने खाते को होल्ड करवा दिया और थाने पहुंचकर उनके खाते से कटी राशि की जानकारी दी इसके बाद शाम 7 बजे उनके खाते से दूसरी बार 4 लाख 91 हजार 962 रुपए की राशि कट जाती है। इस तरीके से दो बार में उनके खाते से 9 लाख 83 हजार की राशि साइबर ठग के द्वारा गायब कर किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। इसके बाद पीके चावला एसपी कार्यालय पहुंचे यहां साइबर सेल में भी आवेदन दिया तो जांच के दौरान पता चला कि जो खाते में श्री चावला की राशि काटकर ट्रांसफर की गई है वह खाता नागपुर का है।

शासकीय कर्मचारी का गोपनीय डेटा ठगों के पास पहुंचना गंभीर विषय

इस घटना के बाद पीके चावला के बेटे और वार्ड नंबर 6 से कांग्रेस पार्षद प्रभात चावला का कहना है कि लोगों के शासकीय कर्मचारी और शासन का गोपनीय डेटा फ्रॉड और साइबर ठगों पास कैसे पहुंचा यह काफी गंभीर विषय है इससे ऐसा लगता है कि उनके विभाग का कर्मचारी ही इन साइबर ठगों से मिला हुआ है, अगर समय रहते इन सब चीजों पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में देश के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ेगा.

मामले की जांच की जा रही है

इस बारे में रायसेन डीएसपी प्रतिभा शर्मा का कहना है कि पीके चावला के द्वारा थाना कोतवाली में आवेदन दिया है उनसे साइबर ठगी हुई है पुलिस द्वारा साइबर सेल के माध्यम से लगातार जांच पड़ताल की जा रही है पेंशनर अधिकारी के माध्यम से ठगी की गई है. जो ठग है उनको श्री चावला की पर्सनल जानकारी मिली है. उनको गुमराह कर उनके खाते से 9 लाख 84 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए हैं. इस मामले में लगातार जांच पड़ताल की जा रही है. आवेदन के माध्यम से जहां-जहां से पैसे कटे हैं बैंकों के माध्यम से उन खातों पर होल्ड लगवाए जा रहा है.

ज़रूर पढ़ें