MP News: ये है जबलपुर का Smart सरकारी स्कूल, 6 साल से बिना रुकावट के चल रहा
MP News: सरकारी स्कूलों की जर्जर हालात पर तो हमने आपको खबरें खूब दिखाई हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसा सरकारी स्कूल दिखाते हैं. जिसे देखकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे की क्या एक सरकारी स्कूल ऐसा भी हो सकता है.
जबलपुर के नगर निगम द्वारा संचालित एक सरकारी स्कूल की तस्वीरें यह सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि क्या वाकई एक सरकारी स्कूल भी ऐसा हो सकता है. जबलपुर नगर निगम द्वारा संचालित गरीब बच्चों के लिए स्मार्ट स्कूल पिछले 6 सालों से बिना रुके चल रहे है. रांझी स्थित लक्ष्मी नारायण यादव हायर सेकेंडरी स्कूल समेत शहर के पांच स्कूलों में साल 2018 में स्मार्ट सिटी और नगर निगम के सहयोग से स्मार्ट स्कूल को शुरू किया गया था. इस स्कूल में प्रोजेक्टर लैपटॉप डिजिटल बोर्ड डिजिटल लाइब्रेरी टैबलेट और अत्यधिक सुविधाओं के साथ बच्चों को पढ़ाई कराई जाती है. इस स्कूल में आईटी लैब और कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है जिसमें वीसी के माध्यम से अन्य स्कूलों से भी जुड़कर वर्चुअल लेक्चरर की व्यवस्था की जाती है.
3 करोड रुपए की लागत से पांच स्कूलों को बदला गया स्मार्ट स्कूल में
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत साल 2018 में जबलपुर के नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट स्कूल बनाने का अभियान शुरू किया गया. करीब 3 करोड रुपए की लागत से नगर निगम के पांच स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में तब्दील किया गया. यह स्कूल नौवीं क्लास से लेकर 12वीं क्लास तक संचालित होते हैं. जिनमें करीब ढाई हजार बच्चे हर साल पढ़ाई कर रहे हैं इन सरकारी स्कूलों में वह तमाम सुविधाएं मौजूद हैं. जो आप किसी बड़े प्राइवेट स्कूल में देख सकते हैं सबसे खास बात तो यह है कि स्कूल में पढ़ने वाले समस्त छात्र गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार से ही आते हैं लेकिन रिजल्ट 100% देते हैं.