MP News: प्रदेश के नेता मंत्री के बीच जुबानी जंग, न लाज, न लिहाज, जारी है सरेआम बदजुबानी और टकराव

MP News: भोपाल के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप पिछले दिनों बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे प्रभारी मंत्री जनप्रतिनिधियों और जिलों के अफसर के साथ बैठक कर रहे थे इसी बीच केएल मीणा को बुलाया गया लेकिन वह नहीं पहुंचे.
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प्रतीकात्मक चित्र

MP News: मध्य प्रदेश में नेताओं के साथ-साथ अब अफसरों के बीच में भी जुबानी जंग तेज हो गई है. नेता हो या फिर अधिकारी ना तो उनके भीतर शर्म बची है ना ही कोई लिहाज. सरेआम खुलकर बदजुबानी कर रहे हैं और एक दूसरे से सीधा टकराव भी रख रहे हैं. हालांकि नेता और अफसर के बीच में हो रहे विवादों के चलते सरकार ने चुप्पी साथ रखी है माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री जल्द ही ब्रेन स्ट्रीमिंग कर दोनों के बीच कोआर्डिनेशन जरूर बैठाएंगे. क्योंकि मध्य प्रदेश में नेता और अफसर मिलकर ही विकास कर रहे हैं. ऐसे में विकास के रास्ते में विवाद सामने आया तो सरकार को जनता का गुस्सा झेलना पड़ सकता है.

प्रदेश में इन दोनों अफसर और नेताओं के बीच तल्खी बढ़ती जारी है. अमूमन यह तस्वरी सार्वजनिक रूप से कम दिखती थी लेकिन यह राजनीतिक प्रशासनिक मंचों से खुलेआम व्यक्त की जा रही है. अफसर भी इनमें काम नहीं है वह भी नेताओं पर अपना रौब झाड़ने में पीछे नहीं है. कुछ वाक्य मध्य प्रदेश में ऐसे घटित हो रहे हैं. जिससे प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अपना विरोध दर्ज कराया है. इधर, अफसर भी मंत्री और पदों पर बैठे नेताओं का प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं. यहां तक कि अपने सीनियर को भी तवज्जो नहीं दे रहे हैं.

SDM ने RSS के नेताओं को दिखाएं तेवर

पिछले दिनों बुधनी के एसडीएम राधेश्याम बघेल ने नेताओं के साथ दुर्व्यवहार किया. बुधनी में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेता ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे. इस पर बघेल भड़क गए. उन्हें इसलिए गुस्सा आया कि उनके पीछे जाकर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी खड़े हो गए. उन्होंने गुस्से में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों से कहा कि ज्ञापन देने आए हो तो क्या गुंडागर्दी करोगे. एसडीएम के दुर्व्यवहार का मामला सरकार तक पहुंच गया.

नेता प्रतिपक्ष – बीजेपी की दलाली करने वाले अधिकारी बता दिए

पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने अलीराजपुर में सभा में कहा कि यहां कुछ ऐसे अधिकारी बैठे तो है वह कुर्सी छोड़कर बीजेपी की दलाली कर रहे हैं. जो ऐसे अधिकारी हैं उन्हें कांग्रेस रडार पर रखेगी. आप बिल्कुल निर्भीक होकर जनता की सेवा करें. अगर निष्पक्ष नहीं हुई तो आपके खिलाफ कांग्रेस बिगुल बजायेगी किसी को ज्यादा शौक आ रहा है या किसी अधिकारी और कलेक्टर को बीजेपी आरएसएस का झंडा उठाना है तो आरएसएस की चड्डी पहने और शाखा में जाओ यहां कलेक्ट्री की जरूरत नहीं है.

मीटिंग में नहीं पहुंचे तो भड़क गए मंत्री कश्यप

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भोपाल के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप पिछले दिनों बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे प्रभारी मंत्री जनप्रतिनिधियों और जिलों के अफसर के साथ बैठक कर रहे थे इसी बीच केएल मीणा को बुलाया गया लेकिन वह नहीं पहुंचे. स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट को लेकर जानकारी मांगी गई इसके बाद भी मुख्य कार्यपालिका अधिकारी स्मार्ट सिटी नहीं आए. कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने उन्हें फोन लगाया इसके बाद बैठक खत्म होने तक नहीं पहुंचे. बाद में मंत्री भड़कते हुए कहा कि शिकायत अधिकारी के खिलाफ मुख्यमंत्री से करूंगा.

रेरा के अध्यक्ष के खिलाफ EOW के अधिकारियों में गुस्सा

मध्य प्रदेश रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण के अध्यक्ष एपी श्रीवास्तव के खिलाफ पिछले दिनों ईओडब्ल्यू में शिकायत हुई थी. ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज होने के बाद इस संगठन की बैठक में अधिकारियों ने नाराजगी जताई थी. इस बैठक के दौरान सीनियर अफसर के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज करना और उसे पर जांच करने को लेकर नाराजगी जताई. हालांकि रेरा के अध्यक्ष श्रीवास्तव ने ईओडब्ल्यू के डीजी अजय शर्मा को पत्र लिखकर यह बताया था कि रेरा के नियमों के अनुसार ईओडब्ल्यू उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है. इसके बाद भी ईओडब्ल्यू ने जांच करना शुरू कर दी. इस पूरे मामले के बाद अफसर खासे से नाराज हो गए हैं.

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