बहुत चर्चा है: शिवराज के अलावा MP से राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए किसका नाम? श्यामला हिल्स से वल्लभ भवन तक ट्रांसफर वाली कहानी, दुविधा में एक IAS अफसर, BSNL का मामला मंत्री जी तक पहुंचा

अध्यक्ष बनने की चर्चा जब-जब हुई तो शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव का नाम सामने आया. लेकिन पिछले एक हफ्ते में ऐसा क्या हुआ कि इस बात की बहुत चर्चा होने लगी कि शिवराज सिंह चौहान के अलावा एक नाम और है जो राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं, और वो भी मध्यप्रदेश से ही हैं.

बहुत चर्चा है: BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की तारीख बहुत नजदीक आ गई है. कहा जा रहा है की अगर पहलगाम अटैक जैसा कुछ बहुत बड़ा नहीं हुआ तो जुलाई महीने में BJP के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की ताजपोशी तय है. शुरुआत में इस बात का जिक्र बहुत ज्यादा हुआ. PM मोदी और अमित शाह के साउथ के दौरों की फ्रीक्वेंसी देखकर राजनीतिक पंडितों ने ये अंदाजा लगाना शुरू कर दिया कि इस बार अध्यक्ष कोई साउथ से ही होगा. अध्यक्ष बनने की चर्चा जब-जब हुई तो शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव का नाम सामने आया. लेकिन पिछले एक हफ्ते में ऐसा क्या हुआ कि इस बात की बहुत चर्चा होने लगी कि शिवराज सिंह चौहान के अलावा एक नाम और है जो राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं, और वो भी मध्यप्रदेश से ही हैं. शिवराज सिंह के अलावा वो कौन नेता हैं जिनकी संगठन में अच्छी पकड़ है. इसले अलावा वो केंद्र के भी करीबी माने जाते हैं. ये बात तब और पुख्ता हो गई जब दिल्ली दरबार के निर्णायक मंडल की टोली में बैठने वाले बीजेपी के एक बड़े नेता ने भी मध्यप्रदेश की ओर इशारा कर दिया है. खैर हमे क्या. ये BJP का अंदरूनी मामला है. लेकिन चर्चा थी तो जिक्र कर दिया और हां मध्यप्रदेश की चर्चा ज्यादा है इसलिए आपको ये जानकारी दे दिया. अब आप भी इस बात पर भी दिमाग लगाइए कि शिवराज सिंह के अलावा वो दूसरा नाम कौन हो सकता है जो BJP का राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकता है.

श्यामला हिल्स से लेकर वल्लभ भवन तक ट्रांसफर वाली कहानी

पिछले एक महीने से इस बात की बहुत चर्चा है कि मध्यप्रदेश में जल्द ही बहुत बड़ी प्रशासनिक सर्जरी होने वाली है. बहुत बड़ी इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि जब ट्रांसफर की चर्चा शुरू हुई थी तब अधिकारियों की संख्या करीब 30 थी. यानी 30 IAS अधिकारी इधर से उधर होने वाले थे. इसमें बड़े-बड़े अधिकारियों के नाम शामिल थे. लेकिन समय बीतने के साथ ही पहले ये संख्या 15 हुई और अब जब सूची निकलने वाली है तो ये संख्या 3 से 5 बताई जा रही है. यानी तबादला तो हो रहा है लेकिन अधिकारियों की संख्या कम हो गई है. जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा है वो ये है की एक बड़े साहब जो अब तक श्यामला हिल्स की शोभा बढ़ा रहे थे उन्हें वल्लभ भवन जाना होगा और जो साहब श्यामला हिल्स जाने का सोच भी नहीं रहे थे उन्हें श्यामला हिल्स जाने का सौभाग्य प्राप्त हो सकता है. जब तक तबादला न हो जाये तब तक आप भी ये दिमाग लगा सकते हैं कि किस अधिकारी के बैठने की जगह बदलने वाली है.

MP के एक IAS अफसर बड़ी दुविधा में हैं!

मलाईदार पद कहें या अच्छी पोस्टिंग. एक IAS अफसर हमेशा इस जुगत में लगा रहता है कि उसे अच्छी पोस्टिंग मिल जाये. अच्छा जुगाड़ है या अच्छी पहुंच हो तो पोस्टिंग मिल भी जाती है. कई तो ऐसे होते हैं जो पूरे 5 साल तक भटकते रहते हैं. उन्हें न तो सही लिंक मिलता है और न ही कोई माईबाप. लेकिन मध्यप्रदेश में एक ऐसे IAS अफसर हैं जिनके पास मलाईदार पोस्टिंग भी है और उन्हें कोई हटाना भी नहीं चाहता है. इसके बाद भी वो टेंशन में हैं कि मैं क्या करूं. साहब जिस डिपार्टमेंट में हैं वहां अच्छी खासी कमाई है. इस डिपार्टमेंट से प्रदेश के राजस्व में भी बढ़िया इजाफा होता है. लेकिन साहब कंफ्यूज हैं. साहब को एक तरफ से ये सिग्नल मिल रहा है कि आपको इस विभाग से जाना होगा. जबकि दूसरी तरफ से इस बात का इशारा किया गया है की जहां हो वहीं रहो. और जैसा काम कर रहे हो, उसे जारी रखो. दोनों फैसलों के बीच में पिस रहे हैं साहब. साहब किसी को नाराज भी नहीं करना चाहते हैं और पद प्रतिष्ठा बची रहे ये भी चाहते हैं. अब देखिए आगे क्या होता है. लेकिन एक बात तो तय है. साहब का टेंशन अभी बना रहेगा. चर्चा इसी बात की हो रही है.

BSNL का मामला मंत्री जी तक पहुंचा!

मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय में पिछले दिनों सरकारी दूरभाष एजेंसी से नाता तोड़ने का आदेश जारी हो गया. टेलीकॉम मंत्रालय के BSNL सेवा को लेने से पुलिस मुख्यालय ने मना कर दिया. पुलिस मुख्यालय में अब चर्चा इस बात की हो रही है की आखिर जिस विभाग के मंत्री MP से ही हों उस विभाग का दुश्मन कौन हो सकता है. BJP की सरकार है फिर भी निजी कंपनी पर भरोसा कौन जता रहा है.
इस आदेश को जारी करने के पीछे कौन से अधिकारी की भूमिका है. इसकी तलाश शुरू हो गई है. क्योंकि भाजपा से जुड़े हुए वरिष्ठ पदाधिकारी ने मध्य प्रदेश पुलिस दूरभाष शाखा का आदेश मंत्री जी को व्हाट्सएप करके जांच शुरू कर दी . पूरे प्रदेश भर में BSNL के नेटवर्क को दुरुस्त करने के लिए लगातार मंत्रीजी काम कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार के बड़े विभाग ने BSNL से ही संपर्क तोड़ दिया है. अब ऐसे में किस अधिकारी ने इस सेवा को लेने से मना किया है. इस बात की बहुत चर्चा है.

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