उमा भारती ने RTO चेक पोस्ट घोटाले की जांच पर उठाए सवाल, बोलीं- गहराई से जांच हो, जांच एजेंसियों के लिए परीक्षा की घड़ी

MP News: उमा भारती ने अपनी एक और एक्स पोस्ट में लिखा कि जो जांच एजेंसियां जांच में लगी हैं, उनकी दक्षता एवं निष्पक्षता पर लोगों को विश्वास है. अब उन जांच एजेंसियों के लिये यह परीक्षा की घड़ी है
Uma Bharti said in the check post case it is a testing time for the investigation agencies

चेक पोस्ट मामले में उमा भारती ने कहा जांच एजेंसियों के लिए परीक्षा की घड़ी

MP News: चेक पोस्ट घोटाला मामले में लोकायुक्त की टीम ने आरोपी सौरभ शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही उसके दो दोस्तों चेतन गौर और शरद जायसवाल को भी हिरासत में लिया है. इसी बीच मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम और वरिष्ठ बीजेपी नेता उमा भारती इस मामले को लेकर सवाल किए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि चेक पोस्ट घोटाले के आरोपी पकड़े गए हैं. अगर जांच में कहीं यह साबित होता है कि इन्होंने अकेले ही यह घोटाले किए हैं तो फिर गहराई में जाने पर यह घोटाला एक गंभीर मसला हो सकता है.

‘जांच एजेंसियों के लिए परीक्षा की घड़ी’

उमा भारती ने अपनी एक और एक्स पोस्ट में लिखा कि जो जांच एजेंसियां जांच में लगी हैं, उनकी दक्षता एवं निष्पक्षता पर लोगों को विश्वास है. अब उन जांच एजेंसियों के लिये यह परीक्षा की घड़ी है कि वह यह बात कहीं खत्म कर देते हैं या गहराई में जाकर के असली महा अपराधियों को पकड़ कर, प्रमाण जुटा कर उन्हें कठोरतम दंड दिला लेते हैं.

‘बुआ जी, आपके साहस को प्रणाम’

विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बुआ जी, आपके साहस को प्रणाम! जैसा आपने कहा था कि सौरभ शर्मा तो केंचुआ है, अभी तक अजगर पकड़ में नहीं आया है. जैसे-जैसे इस गहराई में उतरेंगे, वैसे-वैसे महा-अपराधी सतह पर आते जाएंगे.

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उन्होंने आगे लिखा कि तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह जी द्वारा इस भ्रष्टाचार के केंचुए को जन्म दिया गया था. इसके प्रमाण भी मैंने सार्वजनिक किए थे लेकिन अब तक उनके ऊपर जांच एजेंसी द्वारा कोई भी अपराध दर्ज नहीं किया गया है वहीं अब तो भ्रष्टाचार की गठरी का मुंह बांधने की तैयारी पूरी हो चुकी है. बस आखिरी गांठ कसने की देरी है, ताकि बड़े चेहरों को बचाया जा सके.

कटारे ने लिखा कि आपसे आग्रह है कि मध्य प्रदेश की सरकार को समझाएं कि जांच तभी साकार होगी जब सौरभ शर्मा को परिवहन विभाग में लाने वाले अजगरों पर कार्रवाई की जाएगी! अगर सच में इस मामले की गहराई में जाकर जांच करनी है, तो शुरुआत वहीं से होनी चाहिए जहां से सौरभ शर्मा की फर्जी अनुकंपा नियुक्ति हुई. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के आश्रित को परिवहन विभाग में किसने और कैसे नियुक्त किया? जांच की असली गहराई वहीं है!

‘तीनों आरोपियों को 17 फरवरी तक की रिमांड’

RTO चेक पोस्ट घोटाला मामले में सौरभ शर्मा, चेतन गौर और शरद जायसवाल को कोर्ट ने 17 फरवरी तक के लिए रिमांड पर भेज दिया है. लोकायुक्त की टीम लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही इस मामले में 30 लोगों को नोटिस भी भेजा है.

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