Maha Kumbh 2025: Google पर ‘महाकुंभ’ लिखते ही होगी पुष्प वर्षा, गुलाब की पंखुड़ियों से भर जाएगी स्क्रीन
Maha Kumbh 2025: 13 जनवरी से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आस्था और विश्वास का जनसैलाब उमड़ रहा है. देश और दुनिया से आये भक्त सनातन धर्म की भक्ति में रमें दिख रहे हैं. इस जनसैलाब में विदेशी श्रद्धालुओं की भी भरी संख्या है. देश और दुनिया से महाकुंभ की भव्यता को सराहा जा रहा है. अब इसी कर्म में गूगल (Google) भी आस्था की डुबकी लगा रहा है. गूगल पर ‘महाकुंभ’ सर्च होते ही एक अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है.
अद्भुत, अलौकिक और अतुलनीय महाकुंभ का दिव्य और भव्य शुभारंभ पर गूगल भी भक्ति में डूबा नजर आ रहा है. दुनिया के सबसे बड़े सर्चिंग प्लेटफॉर्म Google ने इस महा पर्व को और खास बनाने के लिए एक मैजिक टूल निकाला है. गूगल पर ‘महाकुंभ’ सर्च होते ही एक अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है. Google के सर्चिंग टूल में ‘महाकुंभ’ सर्च करने पर स्क्रीन पर फूलों की वर्षा हो रही है.
आपके स्क्रीन पर फूलों की बारिश
अगर आप गूगल पर जाकर इंग्लिश या हिंदी में ‘महाकुंभ’ सर्च करेंगे, तो आपकी पूरी स्क्रीन पर पुष्प वर्षा शुरू हो जाएगी. देखते ही देखते आपको फोन, कंप्यूटर या फिर लैपटॉप की पूरी स्क्रीन गुलाब की पंखुड़ियों से भर जाएगी. इस दौरान आपको अपनी स्क्रीन पर तीन ऑप्शन भी दिखेंगे. पिंक कलर्स के तीन आइकॉन्स में पहले में आपको इस एनिमेशन को रोकने का ऑप्शन मिलेगा.
अगर आपकी स्क्रीन पर महाकुंभ टाइप करने से फूलों की बारिश नहीं हो रही है तो दूसरे ऑप्शन पर क्लिक करें. आप जितने बार दूसरे ऑप्शन पर क्लिक करें तो तेजी से फूलों की बारिश स्क्रीन पर होगी. जिससे आपकी पूरी स्क्रीन फूलों से भर जाएगी. वहीं, तीसरा ऑप्शन आपको शेयरिंग का है. आप चाहे तो इसे शेयर भी कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: “राहुल गांधी ने दिया था टिकट का ऑफर, लेकिन BJP…”, केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे प्रवेश वर्मा का सनसनीखेज खुलासा
महाकुंभ में 45 दिन में 6 अमृत स्नान
13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 45 दिनों तक चलेगा, 26 फरवरी तक चलने वाले इस महाकुंभ में कुल 6 अमृत स्नान (शाही स्नान) हैं. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ श्रद्धालु देश और विदेशों से आएंगे. संगम में डुबकी लगाने के लिए भक्तों को 12 से 13 किलोमीटर की लंबी पैदल यात्रा करनी है. जिसके बाद ही वे संगम तट पर पहुंचेंगे. सरकार और प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए सभी तरह की सुविधा मुहैया करवाने की कोशिश की जा रही है.