Maha Kumbh 2025: वसंत पंचमी पर महाकुंभ में होगा तीसरा शाही स्नान, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का महत्त्व

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति पर संपन्न हुआ था, जबकि दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर. वहीं अब अगला अमृत स्नान वसंत पंचमी के दिन होने वाला है.
Vasant Panchami 2025

महाकुंभ में वसंत पंचमी पर तीसरा अमृत स्नान किया जाएगा

Maha Kumbh 2025: 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हो हुई है. अब तक करीब 35 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया है. यहां हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. 45 दिन के इस महाकुंभ में 6 शाही स्नान हैं. जिसे अमृत स्नान भी कहते हैं. इन शाही स्नान के दिन लोगों की संख्या प्रयागराज में करोड़ों में पहुंच जा रही है. 14 और 29 जनवरी को महाकुंभ का दो शाही स्नान हो चूका है. अब अगला शाही स्नान वसंत पंचमी पर होने जा रहा है. ऐसे में चलिए जानते हैं महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान कब है. वसंत पंचमी पर इसका क्या महत्त्व है, इसक शुभ मुहूर्त क्या है और बाकी के शाही स्नान की तारीख कौन कौन सी है…?

वसंत पंचमी पर शाही स्नान का महत्त्व

सनातन धर्म में महाकुंभ का महत्त्व काफी खास है. मगर 114 साल बाद आए इस पूर्ण महाकुंभ का महत्त्व और ज्यादा बढ़ गया है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया गया है. इसमें शामिल होने के लिए देश-दुनिया से करोड़ों की संख्या में रोजाना लोग त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. महाकुंभ में पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति पर संपन्न हुआ था, जबकि दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर. वहीं अब अगला अमृत स्नान वसंत पंचमी के दिन होने वाला है. यानी 3 फरवरी को महाकुंभ में वसंत पंचमी पर तीसरा अमृत स्नान किया जाएगा.

वसंत पंचमी के दिन महाकुंभ में विशेष अमृत स्नान का आयोजन किया जा रहा है. जो 3 फरवरी को ब्रह्म मुहूर्त में होगा. इस दिन पवित्र स्नान का शुभ समय सुबह 05:23 बजे से 06:16 बजे तक रहेगा. मान्यता है कि इस समय संगम में स्नान करने से पुण्य प्राप्त होता है और सभी पापों का नाश होता है. वसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा की जाती है. वहीं प्रयागराज में गंगा यमुना पर अदृश्य सरस्वती का संगम होता है. ऐसे में इस दिन संगम में डुबकी लागने का काफी महत्त्व होता है. ऐसी मान्यता है कि अमृत स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं. साथ ही कभी न समाप्त होने वाला पुण्य और ज्ञान के साथ सुख-समृद्धि प्राप्त होती है.

2 और 3 फरवरी में कन्फ्यूजन

वसंत पंचमी को लेकर कई लोगों में तारीखों को लेकर उलझन है. हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 02 फरवरी को सुबह 09 बजकर 14 मिनट पर होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 03 फरवरी को सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर होगा. पंचांग को देखते हुए इस साल 02 और 03 फरवरी को वसंत पंचमी मनाई जा रही है.

यह भी पढ़ें: एकै साधे सब सधै…क्या मिडिल क्लास को टैक्स राहत देकर मोदी सरकार ने फेरा केजरीवाल के मंसूबों पर पानी? BJP के इस ‘मास्टरस्ट्रोक’ का तोड़ नहीं!

पूजा का शुभ मुहूर्त

वसंत पंचमी पर स्नान-दान और पूजा के लिए कई शुभ योग हो रहा है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7 बजकर 9 मिनट से अगले दिन मध्य रात 12 बजकर 52 मिनट तक रहेगा. वहीं, रवि योग 3 फरवरी रात्रि 12 बजकर 52 मिनट से सुबह 07 बजकर 08 मिनट तक रहेगा. इसके साथ ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. साथ ही अमृत काल रात 08 बजकर 24 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक रहेगा.

ज़रूर पढ़ें