12 राज्यों के 200 Toll पर Scam, सॉफ्टवेयर बदलकर पैसा पर्सनल अकाउंट में भेजा

Toll Plaza Scam: मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात समेत 12 राज्यों के करीब 200 टोल प्लाजा के कंप्यूटर में दूसरा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है.
Toll Plaza Scam

12 राज्यों के 200 टोल प्लाजा के कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर किया घोटाला

Toll Plaza Scam: देश के 12 राज्यों में अवैध टोल वसूली को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात समेत 12 राज्यों के करीब 200 टोल प्लाजा के कंप्यूटर में दूसरा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है.

कैसे अंजाम दिया गया घोटाला?

आरोपियों ने अपना सॉफ्टवेयर बनाया. NHAI को सॉफ्टवेयर के जरिए सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया गया. 12 राज्यों में NHAI कंप्यूटर्स में अपना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया. NHAI को 2 साल तक हर दिन 45,000 रुपये का नुकसान हुआ.

इसके लिए बिना फास्टैग की गाड़ियां फ्री कैटेगरी में दिखाईं. टोल टैक्स की औसतन 5% धनराशि NHAI के असली सॉफ्टवेयर से वसूली जाती थी, जिससे शक न हो. सॉफ्टवेयर बदलकर पैसा पर्सनल अकाउंट में लिया गया. आरोपियों ने इस सॉफ्टवेयर को 42 टोल प्लाजा पर इंस्टॉल किया था. घोटाले में मध्य प्रदेश के 6 टोल प्लाजा भी शामिल हैं.

यूपी एसटीएफ ने किया पर्दाफाश

यूपी STF ने NHAI के टोल प्लाजा पर घोटाले का खुलासा किया है. मिर्जापुर में यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की. एसटीएफ ने मिर्जापुर के अतरैला टोल प्लाजा पर छापेमारी की. यहां से STF ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

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किन-किन राज्यों में हुआ घोटाला?

उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल.

घोटाले में मध्य प्रदेश के कितने टोल?

चिकली टोल, जंगाबानी टोल, मोहतारा टोल, शालीबाडा टोल, शहडोल टोल और गहरा टोल.

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