Amethi Murder Case: मायावती ने शुक्रवार की सुबह एक्स पर लिखा, ''यूपी के अमेठी जिले में एक दलित परिवार के चार लोगों की एक साथ की गयी निर्मम हत्या की घटना अति-दुखद व चिंताजनक है.
UP News: इस डकैती कांड में मंगेश यादव के बाद अब यह दूसरा एनकाउंटर हुआ है. ऐसे में आरोपी अनुज सिंह के पिता द्वारा कहा गया कि जिन पर 35-40 केस हैं उन्हें नहीं मारा जा रहा. मेरे बेटे अनुज पर केवल एक केस दर्ज था.
UP News: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के STF वाले बयान पर पूर्व DGP बृजलाल ने जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि वह जातिवाद से उठ नहीं पाए हैं. पुलिस संस्थाओं में भी वह जातिवाद ढूंढ़ते हैं.
अखिलेश यादव इस एनकाउंटर केस के जरिए एक तीर से कई निशाने साध रहे हैं. लोकसभा चुनाव में जीत से उत्साहित अखिलेश अब साल 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में भी अपने पीडीए-प्रयोग के साथ उतरना चाहते हैं. इसकी भूमिका लिखनी उन्होंने अभी से शुरू कर दी है.
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है, "पार्टी यूपी में कांग्रेस को तभी सीटें देगी, जब उसे अन्य राज्यों में बड़ी हिस्सेदारी मिलेगी." जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव से अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने की पार्टी की योजना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह "सपा को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाना चाहते हैं और इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं".
बुलडोजर यूपी विधानसभा चुनाव में तो मुद्दा बना ही, लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक विरोधियों को भरपूर निशाना बनाया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा था, सपा और कांग्रेस वाले अगर सरकार में आये, तो रामलला को फिर से टेंट में भेज देंगे.
UP News: सपा प्रमुख ने कहा कि बुलडोजर का दिमाग नहीं होता. जनता पता नहीं कब स्टीयरिंग बदल दे. दिल्ली वाले कब किस पर स्टेरिंग बदल दें पता नहीं? अखिलेश यादव ने आगे कहा कि बुलडोजर नाइंसाफी का प्रतीक है.
UP News: करगिल शहीद मुनीश कुमार यादव का स्मारक स्थल किशनी क्षेत्र के घुटारा गांव में स्थित है. शहीद मुनीश यादव को मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किया गया था, अब उनके ही स्मारक स्थल की दीवार को बुलडोजर से ढहा दिया गया.
अखिलेश ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी बढ़ी है लेकिन इस पर नहीं बोलेंगे, लेकिन इनको केवल लाल रंग दिख रहा है.
न केवल एक और चुनावी झटका आदित्यनाथ की स्थिति पर सवाल खड़े करेगा, बल्कि सपा और कांग्रेस को भी लोकसभा चुनावों के बाद खून की गंध आ गई है, और उन्होंने उप चुनावों की देखरेख के लिए मौजूदा सांसदों सहित वरिष्ठ नेताओं को नियुक्त किया है.