US Tariff: 7 दिन के अंदर ही ट्रंप को अपना फैसला वापस लेना पड़ा है. जिसके बाद बुधवार, 9 अप्रैल को राष्ट्रपति ट्रंप ने 75 से ज्यादा देशों पर जैसे को तैसा यानी कि रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दिया है.
चीन ने अपनी सैन्य गतिविधियों को ऊंचाई वाले इलाकों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उसने उन इलाकों में अपनी उपस्थिति को भी मजबूत किया है जहां भारत की सेना की मौजूदगी पहले से ही बहुत मजबूत है. LAC के पास स्थित कई ऊंचे पहाड़ी इलाके दोनों देशों के लिए सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, और चीन यहां अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.
HMPV Virus: कोरोना वायरस ने देखते ही देखते दुनिया को इसने हिला कर रख दिया था. जिससे लाखों लोगों की मौत हुई. अब एक बार फिर से चीन में एक नया वायरस फैल रहा है. जिसका नाम ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस है.
2017 में पनामा ने ताइवान के साथ अपने राजनयिक संबंध खत्म कर दिए और चीन से संबंध स्थापित किए. चीन ने पनामा में बड़े निवेश किए हैं, और इसके तहत पनामा के दो सबसे बड़े पोर्ट भी चीन की कंपनियों के पास हैं. यही कारण है कि अमेरिका चिंतित है.
Border Dispute: ब्रिक्स समिट में दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद पर बात की गई थी. जिसके बाद से भारतीय सैनिकों ने डेमचोक इलाके में पहले की तरह गश्त फिर से शुरू कर दी है. इससे पहले पूर्वी लद्दाख में LAC पर डेमचोक और देपसांग में टकराव वाले बिंदुओं पर सीमा विवाद सुलझा लिया गया था.
एक अनुमान के अनुसार दिवाली से जुड़े चीनी सामानों की बिक्री में तगड़ी गिरावट से चीन को करीब 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
India-China Relation: दो दिन पहले ही रूस के कज़ान में PM नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच BRICS समिट से इतर द्विपक्षीय बातचीत हुई थी जिसका असर अब बॉर्डर पर भी देखने को मिल रहा है.
Brics Summit 2024: अन्य देशों में चल रही जंग के दौरान दोनों देशों के बीच होने वाली यह बैठक कई मायनो में खास है. यह बैठक रूस के कजान शहर में होने जा रही है. जिस पर अमेरिका सहित पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं.
S Jaishankar In SCO Summit: एससीओ समिट को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान-चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट के कारण भारतीय संप्रभुता के उल्लंघन का मुद्दा उठाया है.
Andaman And Nicobar: भारतीय वायुसेना ने पिछले साल अमेरिकी वायुसेना द्वारा गिराए गए गुब्बारे की तुलना में एक छोटे गुब्बारे को मार गिराने में सफलता हासिल की थी.