Hong Kong Fire: हांगकांग के एक आवासीय अपार्टमेंट परिसर में बुधवार की दोपहर भीषण आग लगने से 44 लोगों की मौत हो गई और 300 लोग अभी भी लापता हैं.
Arunachal Woman Shanghai Airport: थोंगडोक ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि जब उनसे इस मामले की जानकारी लेने की कोशिश तो उन्होंने सीधा कहा कि 'अरुणाचल भारत का हिस्सा नहीं है.'
India-China Border: यह कॉम्प्लेक्स भारत की सीमा के इतने करीब है कि यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. गार काउंटी में बना यह ढांचा भारत के हवाई क्षेत्र को निशाना बनाने की क्षमता रखता है. विशेषज्ञों का कहना है कि चीन का यह कदम क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की कोशिश है.
Tech War: अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने भी इस खतरे को गंभीरता से लिया है. एक मशहूर मामले में चीनी जासूस फैंग फैंग ने 2011 से 2015 तक कई अमेरिकी नेताओं को अपने जाल में फंसाया. उसने एक अमेरिकी सांसद एरिक स्वॉलवेल से भी नजदीकी बनाई थी. हालांकि, FBI ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह चीन भाग गई.
Donald Trump: ट्रंप ने अपने तेवर नरम करते हुए भारत के साथ रिश्तों को 'खास' बताया और कहा कि वह हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्त रहेंगे.
खजाना ढूंढना तो पहला कदम है, लेकिन असली चुनौती तो उसे निकालना है. समुद्र की गहराइयों से इन खनिजों को निकालना आसान नहीं है और यह काम पर्यावरण के लिए भी खतरनाक हो सकता है. इस वक्त भारत के पास इन्हें निकालने की खास तकनीक नहीं है, और इसे विकसित करने में कुछ समय लगेगा.
1960 के दशक में चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद से दलाई लामा भारत में निर्वासित जीवन जी रहे हैं. वह लगातार तिब्बती समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हवाई संघर्ष के बाद चीन ने अपने दूतावासों के माध्यम से राफेल फाइटर जेट की विश्वसनीयता को कमजोर करने के लिए एक सुनियोजित दुष्प्रचार अभियान चलाया था.
पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों ने संबंधों को सामान्य करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इनमें पांच साल बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली शामिल है. व्यापार और लोगों के बीच संपर्क को सामान्य करने की दिशा में भी लगातार प्रयास हो रहे हैं.
जब कोई डरता है, तो अजीब हरकतें करता है. चीन भी कुछ ऐसा ही कर रहा है. उसकी नज़र हमारे कृषि, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर पर है. इसके कुछ ठोस सबूत भी मिले हैं. दरअसल, चीन ने हाल ही में यूरिया के एक्सपोर्ट पर लगी रोक हटा दी है, लेकिन पता है किसके लिए? सिर्फ बाकी देशों के लिए, भारत के लिए नहीं.