2018 में PNB का एक नया कर्मचारी ब्रैडी हाउस शाखा में आया. उसने कुछ लेन-देन में गड़बड़ी देखी और इसकी जांच शुरू की. जांच में पता चला कि चोकसी और नीरव ने साल 2011 से 2018 तक फर्जी LoU के जरिए हजारों करोड़ रुपये निकाले थे. जब यह बात बैंक के बड़े अधिकारियों तक पहुंची, तो मामला सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पास गया.