मंदिर के बंद होने की जानकारी मिलने के बाद सनातन रक्षा दल के कार्यकर्ता इस स्थान पर पहुंचे. उन्होंने देखा कि मंदिर के दरवाजे बाहर से बंद थे और अंदर मिट्टी से भरा हुआ था.