विनेश ने यह भी मांग की थी कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए. लेकिन आखिर में CAS ने उनकी दलीलों को खारिज करते हुए अपना फैसला सुनाया था.
Bajrang Punia: सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने लिखा कि बजरंग पूनिया को नेता बनने की कितनी जल्दी है? इस व्यक्ति को "तिरंगा" भी नहीं दिखता? इसके अलावा और भी लोगों ने अपने-अपने एकाउंट से कमेंट करते हुए उनको ट्रोल किया.
Vinesh Phogat: विनेश भारत के लिए ओलंपिक खेलों में रेसलिंग के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान हैं. एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए पहलवान बजरंग पुनीया और साक्षी मलिक भी पहुंचे.
भारतीय एथलीटों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश से काफी दिलचस्प सवाल पूछे. पीएम ने पूछा कि श्रीजेश आपने ये रिटायर होने का निर्णय पहले ही मन में कर लिया था कि...?
Vinesh Phogat: विनेश का वजन 100 ग्रा अधिक होने के कारण उन्हें फाइनल से ठीक पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया था. इस फैसले के खिलाफ विनेश ने अपील दायर की थी, जिस पर आज निर्णय सुनाया गया.
Vinesh Phogat: CAS ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि वह ओलंपिक खेलों के लिए CAS मध्यस्थता नियमों के अनुच्छेद 18 के तहत फैसले में देरी कर रहा है.
विनेश ने पिछले मंगलवार को कुश्ती की दुनिया में तहलका मचा दिया था. उन्होंने अपने पहले मैच में तत्कालीन चैंपियन और दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी जापान की युसी सुसाकी को हराया.
पहलवान विनेश फोगाट के चाचा को भरोसा है कि कोर्ट एथलीट के पक्ष में फैसला सुनाएगा. पूर्व पहलवान ने कहा, "फैसला 11 अगस्त तक टाल दिया गया है. मुझे पूरा भरोसा है कि फैसला हमारे पक्ष में होगा और भारत के 140 करोड़ लोगों को 11 अगस्त को अच्छी खबर मिलेगी."
CAS में गुरुवार को ही सुनवाई होनी थी. पहले कोर्ट ने विनेश का पक्ष रखने के लिए 4 वकीलों की पेशकश की थी. इनके नाम जोएल मोनलुइस, एस्टेले इवानोवा, हैबिन एस्टेले किम और चार्ल्स एमसन है.
विनेश फोगाट की चचेरी बहन बबीता फोगाट ने हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा, "भूपेंद्र हुड्डा को पहले यह बताना चाहिए कि उन्होंने अपनी सरकार के दौरान कितने खिलाड़ियों को राज्यसभा भेजा? हुड्डा साहब केवल कुर्सी पाने के पीछे हैं."