Republic Day Parade में इस साल क्या है खास? जानें झांकियों से लेकर सुरक्षा की पूरी जानकारी…
गणतंत्र दिवस 2025 समारोह स्थल पर एंटी-ड्रोन (Anti Drone) प्रणाली लगाई गई
Republic Day Parade: 26 जनवरी 2025 को भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मानाने जा रहा है. इस साल दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी. गणतंत्र दिवस की परेड 26 जनवरी 2025 की सुबह 10:30 बजे शुरू होगी. गणतंत्र दिवस की परेड दिल्ली में विजय चौक से शुरू होकर कर्तव्य पथ से होते हुए लाल किले तक जाएगी. इसके लेकर कई तरह की तैयारियां की गईं हैं. तो चलिए जानतें हैं इस बार की परेड के कार्यक्रम, झाकियों, थीम और सुरक्षा की जानकारी…
गणतंत्र दिवस 2025 में खास
इस साल गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शन करेगी. इस बार की थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और प्रगति’ रखी गई है. बता दें कि इस बार की परेड 90 मिनट में पूरी हो जाएगी. परेड की शुरुआत 300 कलाकार करेंगे. जानकारी के अनुसार इस बार परेड में 31 झांकियां, 18 मार्चिंग कंटिजेंट और 15 बैंड शामिल होंगे. परेड में कुल 5,000 कलाकार कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे.
तीनों सेना की पहली बार संयुक्त झांकियां
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार देश की तीनों सेनाओं की एक झाकी होगी. यानी थलसेना (Indian Army), नौसेना (Navy) और वायुसेना (Air force) की एक ही झांकी रहेगी. संयुक्त झांकी निकालने का उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय और समझ को बढ़ावा देना है.
सुरक्षा के इंतजाम, QR कोड से एंट्री
26 जनवरी को देखते हुए गणतंत्र दिवस 2025 समारोह स्थल पर एंटी-ड्रोन (Anti Drone) प्रणाली लगाई गई है. अतिथियों को QR कोड के जरिए एंट्री दिया जाएगा. सेना के हेलिकॉप्टर गश्त करेंगे. इसके अलावा, NSG कमांडो, दिल्ली पुलिस, अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियां और DRDO के वैज्ञानिक भी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे. ड्रोन, पैरा-ग्लाइडर और अन्य उड़ान उपकरणों पर प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही 14 कमांडो वाहन ‘पराक्रम’ की तैनाती भी की गई है.
गणतंत्र दिवस 2025 की मुख्य बातें
संविधान लागू होने के 75 वर्ष; गणतंत्र दिवस समारोह का केंद्र बिंदु.
परेड के दौरान दो झांकियां संविधान के 75 साल के उत्सव को प्रदर्शित करेंगी.
इंडोनेशिया का 160 सदस्यीय मार्चिंग दल और 190 सदस्यीय बैंड भी परेड में शामिल होगा.
कार्यक्रम का समापन फ्लाईपास्ट के साथ होगा.
विशेष अतिथि
34 श्रेणियों में लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है.
इनमें सरपंच, आपदा राहत कर्मी, एसएचजी सदस्य, हथकरघा कारीगर, मन की बात के प्रतिभागी, पैरालंपिक दल और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों के विजेता, आंगनबाडी कार्यकर्ता, सर्वश्रेष्ठ पेटेंट धारक शामिल हैं.
परेड की शुरुआत
परेड की शुरुआत 300 सांस्कृतिक कलाकार ‘सारे जहां से अच्छा’ संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए करेंगे.
वाद्ययंत्रों में शहनाई, सुंदरी, नादस्वरम, बीन, मशक बीन, रणसिंघा-राजस्थान, बांसुरी, कराडी मजालु, मोहुरी, शंख, तुतारी, ढोल, गोंग, निशान, चांग, ताशा, संबल, चेंडा, इडक्का, लेज़िम, थविल, गुडुम बाजा, तालम, मोनबाह आदि शामिल.
प्रमुख सैन्य शक्ति का प्रदर्शन
T-90 भीष्म टैंक
ICV BMP-II और NAMIS
पिनाका रॉकेट सिस्टम
शॉर्ट स्पैन ब्रिज सिस्टम
संजय सर्विलांस सिस्टम
आकाश एयर डिफेंस सिस्टम
ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम
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झांकियां
मुख्य विषय – ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’
अलग अलग राज्यों, UTs, मंत्रालयों/विभागों की 31 झांकियां शामिल लेंगी.
अलग अलग राज्यों, UTs- 16
मंत्रालयों/विभागों – 15
संविधान के 75 वर्ष- 2
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, सरदार वल्लभभाई पटेल, भारत मौसम विज्ञान विभाग भी मुख्य आकर्षण.
सांस्कृतिक प्रदर्शन
संगीत नाटक अकादमी के जरिए ‘जयति जया ममः भारतम’ टाइटल के साथ 5000 कलाकार 11 मिनट का सांस्कृतिक प्रदर्शन करेंगे.
इसमें देश के अलग अलग हिस्सों से 45 से अधिक नृत्य शैलियां शामिल होंगी.
पहली बार विजय चौक और सी हेक्सागोन से पूरे कर्तव्य पथ को प्रदर्शन कवर करेगा.
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी मेहमान कों एक जैसा अनुभव मिले.