कानपुर की कातिल मां! 4 साल के मासूम बेटे का चेहरा चबा डाला

कुछ देर बाद फूल सिंह को शक हुआ. उन्होंने चादर हटाई तो अनिरुद्ध का बेजान शरीर देखकर उनके होश उड़ गए. उन्होंने शोर मचाया, जिसके बाद गांव वाले इकट्ठा हो गए. बच्चे की मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैली. पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.
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कानपुर में मां ने मासूम बेटे को मार डाला

UP Crime: दिल दहला देने वाली एक घटना ने पूरे कानपुर को झकझोर कर रख दिया है. यहां एक मां ने अपने ही 4 साल के बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी. इतना ही नहीं, उसने बच्चे के चेहरे को अपने दांतों से चबा डाला. यह खौफनाक वारदात नरवल थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गांव में हुई, जहां मनीषा ने अपने प्रेम प्रसंग के चलते इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया.

गैर मर्द के साथ प्रेम संबंध में थी मनीषा

मनीषा के पति सुशील यादव एक निजी फैक्ट्री में काम करते हैं. उनकी शादी कई साल पहले फतेहपुर की रहने वाली मनीषा से हुई थी. लेकिन सुशील का कहना है कि मनीषा का गांव के ही एक शख्स के साथ प्रेम संबंध था. करीब एक महीने पहले मनीषा अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी. परिवार और गांव वालों ने बच्चे की दुहाई देकर उसे वापस लाने का दबाव बनाया. तीन दिन पहले मनीषा घर लौटी, लेकिन उसका मन अभी भी प्रेमी के साथ था. सुशील के मुताबिक, मनीषा बार-बार प्रेमी के साथ रहने की जिद कर रही थी और अपने बेटे को इस रिश्ते में रोड़ा मान रही थी.

जब घर पर नहीं थे सुशील तो कर दी बच्चे की हत्या

रविवार की रात, जब सुशील घर पर नहीं थे और उनके पिता फूल सिंह छत पर सो रहे थे. मनीषा ने अपने इकलौते बेटे को निशाना बनाया. उसने बच्चे के गले में बंधी ताबीज के धागे से उसका गला घोंट दिया. इसके बाद, उसने मासूम के चेहरे को दांतों से इस कदर नोचा कि देखने वालों की रूह कांप गई. हत्या के बाद मनीषा ने बच्चे के शव को छत पर अपने ससुर के पास लिटा दिया, चादर से ढक दिया और नीचे जाकर खाना बनाने लगी, जैसे कुछ हुआ ही न हो.

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जांच में जुटी पुलिस

कुछ देर बाद फूल सिंह को शक हुआ. उन्होंने चादर हटाई तो अनिरुद्ध का बेजान शरीर देखकर उनके होश उड़ गए. उन्होंने शोर मचाया, जिसके बाद गांव वाले इकट्ठा हो गए. बच्चे की मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैली. पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. मनीषा को हिरासत में लिया गया, जहां उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने बताया कि वह अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती थी, लेकिन बेटा उसकी इस ख्वाहिश में बाधा बन रहा था.
यह घटना न सिर्फ रिश्तों को शर्मसार करने वाली है, बल्कि यह भी दिखाती है कि प्रेम का जुनून इंसान को कितना क्रूर बना सकता है.

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