मध्य प्रदेश में पहली से 12वीं तक 23 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने छोड़ी पढ़ाई, नहीं लिया प्रवेश

प्रदेश में पहली से बारहवीं तक 23 लाख 73 हजार विद्यार्थियों ने पढ़ाई छोड़ दी है. इन विद्यार्थियों ने किसी भी स्कूल में प्रवेश नहीं लिया है. 33 हजार 532 करोड़ बजट वाले विभाग की स्थिति नवीन शैक्षणिक सत्र के दो महीने स्कूल लगने के बाद सामने आई है.
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प्रतीकात्मक तस्वीर

MP News: मध्य प्रदेश की स्कूली शिक्षा से विद्यार्थियों का पढाई से मोह भंग होता दिख रहा है. साल 2024-25 में नवीन सत्र शुरू होने के बाद लगभग 23 लाख 73 हजार विद्यार्थियों ने स्कूलों में प्रवेश नहीं लिया है. भोपाल जिले में पिछले साल की तुलना में 1 लाख 22 हजार विद्यार्थियों का नामांकन कम हुआ है. स्कूल शिक्षा विभाग के जारी आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में स्कूलों में प्रवेश को लेकर सरकार के प्रयास नाकाफी हैं.

प्रदेश में पहली से बारहवीं तक 23 लाख 73 हजार विद्यार्थियों ने पढ़ाई छोड़ दी है. इन विद्यार्थियों ने किसी भी स्कूल में प्रवेश नहीं लिया है. 33 हजार 532 करोड़ बजट वाले विभाग की स्थिति नवीन शैक्षणिक सत्र के दो महीने स्कूल लगने के बाद सामने आई है. राजधानी की स्थिति भी बेहद चिंताजनक है. प्रदेश के सभी जिलों में भोपाल नामांकन में सबसे पीछे 52 वें नंबर पर है. वर्ष 2023-24 में 13784369 विद्यार्थियों का पंजीयन था. मध्य प्रदेश में नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुरुआत एक अप्रैल से हो चुकी है. एक महीने स्कूल लगने के बाद ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो गए थे. इसके बाद जून के तीसरे सप्ताह से दोबारा स्कूल खुल गए. करीब एक महीने स्कूलों में क्लास चल चुकी हैं.

राजधानी की स्थिति बेहद चिंताजनक

शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राजधानी भोपाल की स्थिति बेहद ही चिंताजनक है. प्रदेश में पहली से आठवीं तक वर्ष 2023-24 में 292377 विद्यार्थियों (शासकीय व निजी) का नामांकन हुआ था. वर्ष 2024-25 में यह स्थिति 205950 विद्यार्थियों की है. पिछले वर्ष की तुलना में यह 70.4 फीसदी यानी 86427 विद्यार्थियों की कमी है. इस स्थिति से नामांकन में भोपाल जिला सबसे पीछे 52 वें नंबर पर है . पहली से बारहवीं के नामांकन में भोपाल जिलें में पिछले वर्ष की तुलना में 122759 विद्यार्थियों की कमी आई है. इतना ही नहीं पहली कक्षा में भी शासकीय स्कूलों में पिछले साल की तुलना में सिर्फ 39.17 फीसदी नामांकन हुआ है.

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प्रदेश में 15 फीसदी कम हुआ नामांकन

प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में 84.8 फीसदी ही नामांकन हुआ है, यानि 15.65 लाख से अधिक विद्यार्थियों की कमी है. इसी प्रकार शासकीय शालाओं में नामांकन भी गत वर्ष की तुलना में 87 फीसदी हो पाया है, अर्थात इसमें 8.18 लाख की कमी आई है. इसी प्रकार कक्षा 9 से 12 के नामांकन में भी 8.08 लाख की कमी आई है. कुल मिलाकर कक्षा 1 से 12 के नामांकन में 23.73 लाख की कमी है.

प्रदेश की सभी क्लासों में ट्रांजीशन लॉस

प्रदेश की सभी कक्षाओं में ट्रांजीशन लॉस हुआ है। विशेषकर गत वर्ष की तुलना में कक्षा 1 में कुल (शासकीय व निजी ) 6.63 लाख, शासकीय शालाओं में 6.06 लाख, कक्षा 5 से 6 के बीच कुल (शासकीय व निजी) 1.87 लाख, शासकीय शालाओं में 0.82 लाख, कक्षा 8 से 9 के बीच कुल (शासकीय व निजी) 2.85 लाख, तथा कक्षा 10 से 11 के बीच कुल (शासकीय व निजी) 2.72 लाख की कमी है.

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