MP के राज्यपाल को आदिवासियों के पीएम आवास की चिंता, अधिकारियों को दिए निर्देश- निर्माण के दौरान बिजली और रोशनी का भी प्रबंध कराएं
MP News: राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पेसा अंतर्गत ग्राम सभाओं को प्रभावी बनाने के लिए उनको हैन्ड होल्डिंग सपोर्ट उपलब्ध कराने की संभावनाओं का परीक्षण किया जाना चाहिए. सभी ग्राम सभाओं द्वारा पेसा एक्ट के प्रावधानों का सफलता पूर्वक उपयोग किया जाए. समुदाय विकास के पथ पर समान रुप से सबके साथ आगे बढ़े.
इस संबंध में जन-जागृति के साथ जन-जागरण के लिए विभागीय स्तर पर पहल की जानी चाहिए. राज्यपाल पटेल राजभवन में आयोजित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में चर्चा कर रहे थे. पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राधा सिंह भी मौजूद थी. राज्यपाल पटेल ने कहा है कि विकास की गति बनाए रखने के लिए पर्यवेक्षण निरीक्षण और अन्वेषण के कार्यों की निरंतरता जरूरी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निर्माण कार्य के निरीक्षण के साथ ही आवंटित राशि के उपयोग का पर्यवेक्षण जरूरी है. साथ ही आवास की डिजाइनिंग, हवा और रोशनी की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए जमीनी हकीकतों और व्यावहारिक कठिनाइयों के समाधानों का अन्वेषण भी किया जाना चाहिए.
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राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं जनजातीय प्रकोष्ठ की समीक्षा बैठक आज राजभवन में संपन्न हुई। इस अवसर पर पंचायत और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह भी उपस्थित थी। pic.twitter.com/F7TR6glvwY
— Governor of Madhya Pradesh (@GovernorMP) September 3, 2024
पेसा एक्ट को प्रभावी बनाने के दिए निर्देश
उन्होंने पेसा एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा भी की. उन्होंने कहा कि पेसा एक्ट के तहत ग्रामसभा के सशक्तिकरण प्रयासों पर विशेष बल दिया जाए. ग्राम सभाओं को उनके अधिकारों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए. जरूरी है कि ग्रामसभा सशक्तिकरण के कार्य सकारात्मक दृष्टिकोण और नवीन विचारों के साथ योजनाबद्ध ढंग से किए जाएं.
राज्यपाल पटेल ने दिया टी.बी. उन्मूलन का लक्ष्य
राज्यपाल ने वर्ष 2025 तक करने के लिए पूर्ण एकाग्रता के मिशन को पूरा करने के लिए निर्देश दिए. क्षय रोगियों को पोषण आहार की उपलब्धता के लिए नि:क्षय मित्र योजना को विस्तारित करने के लिए कहा है. इस कार्य में व्यापारिक और व्यावसायिक संगठनों के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास प्रयासों पर चर्चा के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पी.एम. जनमन) अभूतपूर्व पहल है. योजना की मंशा विशेष पिछड़ी जनजातियों के जीवन को खुशहाल बनाना है. योजना की सफलता के लिए जरूरी है कि संवेदनशील दृष्टिकोण और गुणात्मक गुणवत्ता के साथ विकास के कार्य किए जाएं.