महाकुंभ में मची भगदड़ के पीछे कौन? AI कैमरे में दिखे 120 से ज्यादा संदिग्ध! STF की जांच तेज
प्रतीकात्मक तस्वीर
Maha Kumbh 2025: 28 जनवरी की रात महाकुंभ में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने देशभर के लोगों की आंखों में आंसू भर दिया. संगम नोज इलाके में करीब 1:30 बजे, जब लाखों श्रद्धालु गंगा के संगम में डुबकी लगाने के लिए खड़े थे, अचानक भगदड़ मच गई. भीड़ में दबकर 30 लोगों की जान चली गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए. सूत्रों के मुताबिक, यूपी STF और महाकुंभ मेला की पुलिस इस घटना की साजिश के एंगल से जांच कर रही है. अब सवाल उठता है कि क्या यह महज एक हादसा था, या फिर इसके पीछे कोई बड़ी साजिश थी?
भीड़ में घुसे संदिग्ध लोग
मीडिया में जो कहानियां चल रही हैं उसके मुताबिक, कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना के वक्त अचानक कुछ लोग भगवा झंडा लेकर भीड़ में घुस आए थे. और फिर… वही हुआ, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. अफरातफरी मच गई, लोग गिरने लगे, एक-दूसरे पर चढ़ने लगे और जैसे जंगल में आग लग गई हो, भगदड़ फैल गई. यह दावा अब जांच का हिस्सा बन चुका है, और पुलिस का कहना है कि CCTV फुटेज और मोबाइल डाटा की बारीकी से जांच की जा रही है. मगर हैरान करने वाली बात यह है कि, 120 संदिग्ध चेहरों की पहचान AI तकनीक से की गई है!
AI के जरिए 120 संदिग्ध चेहरों का खुलासा!
क्या आपने कभी सोचा था कि आपके चेहरे की पहचान सिर्फ कुछ सेकंड में की जा सकती है? AI तकनीक ने वो कर दिखाया. सूत्रों के मुताबिक, महाकुंभ के कैमरों से लिए गए फुटेज की फोरेंसिक जांच से यह बात सामने आई कि 120 संदिग्ध चेहरों की पहचान की गई है. मजेदार बात यह है कि इन चेहरों के साथ जुड़े मोबाइल नंबरों को भी सर्विलांस पर रखा गया है. अब बस यह जानने का इंतजार है कि इन संदिग्धों का क्या कनेक्शन है इस हादसे से.
साजिश की गहरी परतें और खालिस्तानी धमकी!
अब सबसे दिलचस्प और हैरान करने वाली बात सामने आई है. क्या आपको याद है कि महाकुंभ शुरू होने से पहले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी दी थी? जी हां, वही पन्नू जिसने दावा किया था कि वह पीलीभीत एनकाउंटर का बदला लेने के लिए महाकुंभ मेले में कुछ बड़ा करेगा. और फिर सोशल मीडिया पर भी कुछ धमकी भरे वीडियो सामने आए. क्या यह भगदड़ उसी की साजिश का हिस्सा हो सकती है? यूपी ATS और STF इस पूरी घटना की तह तक जाने के लिए जुटी हुई है, और यह सवाल बड़ा अहम हो गया है.
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साधु-संतों ने भी दी है अपनी राय
जब साधु-संतों से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने भी साजिश की आशंका जताई. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज का कहना था, “यह घटना एक बड़ा साजिश का हिस्सा हो सकती है. हमें लगता है कि कुछ लोग सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.” वहीं, केरल से आए महामंडलेश्वर नारायण गिरि महाराज ने कहा, “अगर किसी ने सनातन धर्म के अनुयायियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, तो उसे सजा जरूर मिलेगी.”
क्या होगा आगे?
हालांकि, आज वसंत पंचमी का अमृत स्नान जारी है, प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. पिछले हादसे को देखते हुए, अब हर एक कदम बहुत सोच-समझ कर उठाया जा रहा है. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस की पूरी टीम इस बार भीड़ के कंट्रोल पर फोकस कर रही है. क्या अगले स्नान पर्व पर यह महाकुंभ बिना किसी परेशानी के शांतिपूर्वक सम्पन्न होगा? समय ही बताएगा!