Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों में जुटीं बीजेपी-कांग्रेस, एमपी में दोनों दलों के सामने चुनौतियां भी कई

Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश के राजनैतिक गलियारे में लोकसभा को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के सामने अलग अलग चुनौतियां हैं.
Chhattisgarh News

बीजेपी-कांग्रेस (फाइल फोटो)

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा 2024 चुनावों के लेकर अब कुछ ही वक्त बचा है. माना जा रहा है कि जल्द चुनावी तारीखों का ऐलान हो सकता है. मसलन चुनावों में जीत को लेकर बीजेपी कांग्रेस समेत सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है. बीजेपी जहां 400 पार के नारे के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है तो बीजेपी आलाकमान ने हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंप दी है. वहीं राहुल गांधी और कांग्रेस भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ देश भर में चुनावी माहौल अपने पक्ष में जुटी हुई है. हालांकि राजनीतिक जानकारों की मानें तो कांग्रेस से बीजेपी चुनावी तैयारी में कही ज्यादा आगे नजर आ रही है.

बीजेपी ने 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य रखा 

बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही है. दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया है जिसे लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ग्राउंड जीरो पर तेजी से काम कर रही है. वहीं विधानसभा चुनावों में अभूतपूर्व जीत के जोश से बाहर निकाल कर अगले 100 दिन डटकर काम करने को लेकर भी वरिष्ठ नेताओं ने स्पष्ट संदेश कार्यकर्ताओं को दे दिया है.

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2 मार्च से मध्य प्रदेश में राहुल की न्याय यात्रा

वहीं राहुल गांधी की न्याय यात्रा भी 2 मार्च को मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही है. यह यात्रा मध्य प्रदेश में 5 दिनों तक चलने वाली है. इस दौरान राहुल गांधी मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल कांग्रेस के पक्ष में बनाने की कोशिश करेंगे. राहुल गांधी मध्य प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, गरीबों और आदिवासियों से बात करेंगे. साथ ही उनकी समस्याओं को जानेंगे. कांग्रेस का मानना है कि इस यात्रा के मध्य प्रदेश में आने से कांग्रेस को लोकसभा में बीजेपी को हराने में मदद मिलेगी.

बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस के लिए चुनौती

हालांकि मध्य प्रदेश के राजनैतिक गलियारे में लोकसभा को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के सामने अलग-अलग चुनौतियां हैं. जहां एक तरफ बीजेपी को विधानसभा के प्रदर्शन को दोहराने और 29 सीटों पर जीत का फोकस होगा. वहीं कांग्रेस के सामने अपने कार्यकर्ताओं को बीते चुनाव की हार की हताशा से निकालकर उनमें आगामी चुनावों में जीत के लिए नई उमंग भरने की चुनौती है. साथ ही बीजेपी की हवा को बदलकर 29 सीटों पर बेहतर प्रदर्शन का दवाब भी है. जहां एक ओर भाजपा के लिए छिंदवाड़ा में जीत हासिल करना बड़ी चुनौती है. वहीं कांग्रेस के सामने छिंदवाड़ा सीट बचाने के साथ साथ बाकी सीटें जीतने की भी चुनौती है.

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