माफिया Mukhtar Ansari की मौत के बाद सरकार को घेरने में जुटे विपक्षी नेता, उठाए गंभीर सवाल, जानिए किसने क्या कहा

Mukhtar Ansari Death: उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार शाम हॉर्ट अटैक से मौत हो गई. जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. करीब एक घंटे के इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
Mukhtar Ansari Death

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सियासी दलों की प्रतिक्रिया

Mukhtar Ansari Death: उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार शाम हॉर्ट अटैक से मौत हो गई. जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. करीब एक घंटे के इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से ही राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. विपक्षी दल मांग कर रहे हैं कि इस मामले का उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए.

बता दें कि जेल में बंद मुख्तार अंसारी कुछ दिन पहले ही दावा किया था की जेल के भीतर उसे ‘स्लो पॉइजन’ दिया जा रहा है. अब उसकी मौत के बाद विपक्ष उत्तर प्रदेश सरकार को घेरने में जुट गया है. बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम समेत अन्य नेताओं ने इस घटना को विचित्र बताते हुए संवैधानिक संस्थाओं स्वत: संज्ञान लेने की बात कही. आइए जानते हैं कि मुख्तार अंसारी की मौत पर किस नेता ने क्या कहा?

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मायावती ने की जांच की मांग

मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें. ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे.

शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया- तेजस्वी

यूपी से पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी के इंतकाल का दुःखद समाचार मिला. परवरदिगार से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें. कुछ दिन पूर्व उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है फिर भी गंभीरता से नहीं लिया गया. प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता. संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे विचित्र मामलों व घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए.

“गाजीपुर अपने बेटे और भाई को को खो दिया”

मुख्तार अंसारी की मौत पर ऐआईएमआईएम नेता असदुद्दीन औवैसी ने कहा, “इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलैही राजिऊन. अल्लाह से दुआ है के वो मुख़्तार अंसारी को मग़फ़िरत फ़रमाए, उनके ख़ानदान और उनके चाहने वालों को सब्र-ए-जमील अदा करें. ग़ाज़ीपुर की अवाम ने अपने चहीते बेटे और भाई को को खो दिया. मुख़्तार साहब ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था कि उन्हें ज़हर दिया गया था. बावजूद इसके, सरकार ने उनके इलाज पर तवज्जोह नहीं दिया. निंदनीय और अफसोसजनक.

अखिलेश ने सरकार पर बोला हमला

हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है. सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या कैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा.

JDU नेता के.सी. त्यागी ने दी प्रतिक्रिया

मुख्तार अंसारी की मौत पर JDU नेता के.सी. त्यागी ने कहा, “मुख्तार अंसारी एक आपराधिक प्रवृत्ति के नेता थे. दुर्भाग्य से वे लोकसभा और विधानसभा के भी सदस्य रह चुके थे. उनकी मृत्यु ने पूर्वांचल की राजनीति में काफी उथल-पुथल की है… सपा को इसे अपनी पार्टी की प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाना चाहिए नहीं तो चुनाव में समाजवादी पार्टी को भारी नुकसान होगा.”

बता दें कि मुख्तार अंसारी के मौत के बाद से कांग्रेस नेता पप्पू यादव, राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी समेत कई नेताओं ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. सभी ने राज्य सरकार के शासन व्यवस्था पर सवाल उठाए. वहीं कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा सुप्रीम कोर्ट इस मामले की निष्पक्ष जांच करे.

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