MP News: रीवा के एक स्कूल में 11 शिक्षकों को कैसे हो गया ब्रेन ट्यूमर? मचा हड़कंप

MP News: इस पूरे मामले की जानकारी लगते ही विस्तार न्यूज़ सुबह-सुबह बदराव हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंच गया. धीरे-धीरे शिक्षकों का आना शुरू हुआ प्राचार्य से बात की प्राचार्य ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है.
Badrao Higher Secondary

बदराव हायर सेकेंडरी

MP News: रीवा जिले की एक स्कूल में 11 शिक्षकों को ब्रेन ट्यूमर हो गया आप भी जानकर हैरान रह जाएंगे की एक ही स्कूल के 11 शिक्षक को ब्रेन ट्यूमर कैसे हो सकता है. दरअसल रीवा जिले में इस समय अतिशेष शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है जिससे बचने के लिए गंभीर बीमारियों का हवाला दिया जा रहा है और यह जानकारी एजुकेशन पोर्टल पर दर्ज की गई है कि जिले की बदराव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 11 शिक्षकों को ब्रेन ट्यूमर हो गया है पोर्टल से जानकारी मिलने के बाद के बाद विस्तार न्यूज़ मौके पर पहुंचा और इस पूरे मामले की पड़ताल की.

शिक्षकों की कमी से जूझ रहा शिक्षा विभाग

दरअसल, शिक्षा विभाग शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है रिक्त पदों की पूर्ति के लिए अतिशेष शिक्षकों की पोस्टिंग करने के निर्देश जारी किए गए. इस संदर्भ में 28 अगस्त को विशेष काउंसलिंग आयोजित की जानी है. अतिशेष शिक्षकों की सूची से कुछ शिक्षकों को बचाने के लिए कई कारण बनाए जा रहे हैं. नियमानुसार गंभीर बीमारियों से पीड़ित शिक्षकों को अतिशेष की सूची में शामिल नहीं किया जाता और उन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित भी नहीं किया जाता है लेकिन जिले की बदराव हायर सेकेंडरी स्कूल में 11 शिक्षकों को ब्रेन ट्यूमर का मरीज बताकर अतिशेष सूची से बाहर रखा गया है. इसके अलावा कुछ शिक्षकों को किडनी ट्रांसप्लांट तो कुछ को पैरालिसिस बताया गया है और इन सभी शिक्षकों का नाम पोर्टल पर दिख रहा है इतना ही नहीं जो शिक्षक उच्च पद पर प्रभार ले चुके हैं उन्हें भी उनके पूर्व के विद्यालय में अतिशेष के रूप में दर्ज किया गया है.

प्राचार्य ने मुझे मामले की जानकारी नहीं

इस पूरे मामले की जानकारी लगते ही विस्तार न्यूज़ सुबह-सुबह बदराव हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंच गया. धीरे-धीरे शिक्षकों का आना शुरू हुआ प्राचार्य से बात की प्राचार्य ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. उनके विद्यालय में लगभग 37 लोगों का स्टाफ है उनमें से किसी भी शिक्षक को ऐसी कोई बीमारी नहीं है.

इसके बाद विस्तार न्यूज़ की टीम ने उन शिक्षकों से भी मुलाकात की जिनको पोर्टल में ब्रेन ट्यूमर पैरालिसिस जैसी गंभीर बीमारियों का हवाला दिया गया है लेकिन यह सभी शिक्षक पूरी तरह स्वस्थ है एक शिक्षिका कहती है कि उन्हें तो पता ही नहीं कि ऐसा कुछ भी दर्ज किया गया है अधिकांश शिक्षकों को खुद के बीमारी के बारे में ही नहीं पता जब विस्तार न्यूज़ में सवाल किया तो उनका कहना है कि यह लापरवाही संकुल की है संकुल स्कूल से ही यह जानकारी दर्ज की जाती है वहीं से गड़बड़ियां हुई है जबकि उनकी सर्विस बुक में ऐसी कोई भी बीमारी का जिक्र नहीं है.

ये भी पढ़ें: सीएम मोहन यादव ने इंदौर विधानसभा -1 के संगठन पर्व कार्यशाला को सम्बोधित किया, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में हुए शामिल

पोर्टल में गड़बड़ी की आशंका

विस्तार योजना पूरे मामले की पड़ताल करते हुए हर सेकेंडरी स्कूल बदराव के संकुल गवर्नमेंट नंबर 1 स्कूल पहुंचा पूरे मामले की पड़ताल की गई स्कूल के प्राचार्य से बात हुई प्रचार ने कहा कि ऐसी कोई जानकारी उनके द्वारा भी नहीं दर्ज की गई है यह गलती सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के कारण हुई है. विस्तार न्यूज़ भी आशा यही करता है कि यह सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी ही हो किसी भी शिक्षक को ऐसी कोई गंभीर बीमारी ना हो.

आखिरकार यह गड़बड़ी किसके द्वारा की गई क्या अतिशेष शिक्षकों की सूची से बचने के लिए शिक्षा विभाग के बाबूओ के द्वारा यह रचना की गई ताकि संबंधित शिक्षकों को अतिशेष की सूची से बचाया जा सके. इस पूरे मामले पर विस्तार न्यूज़ ने जिले के शिक्षा अधिकारी से भी बात कीशिक्षा अधिकारी ने कहा कि यह समस्या कई स्कूलों में है. जहां पर ब्रेन ट्यूमर बीमारी बताई जा रही है. इस पूरे मामले की जांच भी की जाएगी मेडिकल परीक्षण भी होगा यह पता लगाया जाएगा कि यह किसकी लापरवाही है और संबंधित के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी.

ज़रूर पढ़ें