MP News: इस खाली कुर्सी की कौन करेगा भरपाई? 40 वर्षों के इतिहास में पहली बार नामांकन रैली में नहीं पहुंचे दीपक सक्सेना

Lok Sabha Election 2024: हाल ही में पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कांग्रेस,और सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था. दीपक ने पार्टी के नेताओं को एक चिट्ठी भी लिखी थी.
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मंच पर दीपक सक्सेना के नाम की कुर्सी खाली जरूर नजर आई

छिंदवाड़ा: 26 मार्च  को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इससे पहले नकुलनाथ ने सुबह शिकारपुर के मंदिर में पूजा अर्चना की फिर अपने सह परिवार सहित कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रकिया पूरी की. इस मौके पर उनके साथ पिता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ माँ अलकानाथ और पत्नी प्रियानाथ मौजूद थी. लेकिन नामांकन रैली इस बार जो नजारा दिखा वो पिछले 40 वर्षों  में कभी नही दिखा. इस बार पूर्व मंत्री और कमलनाथ के राइट हैंड माने जाने वाले दीपक सक्सेना कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ के नामांकन के दौरान उपस्थित नहीं थे. नामांकन रैली में भी वो मौजूद नहीं थे हालांकि मंच पर उनके नाम की खाली कुर्सी जरूर नजर आई.

रैली में पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के नाम की कुर्सी खाली नजर आई

मंच पर नामांकन रैली में शामिल होने आए कांग्रेस पदाधिकारियों के नाम की कुर्सी रखी हुई थी जिसमे एक पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के नाम की भी कुर्सी लगाई गई थी. जो खाली नजर आई. वहीं नकुलनाथ की नामांकन रैली में शामिल होने आये जिले के समस्त कांग्रेसी कार्यकर्ता समेत पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ,पूर्व सांसद श्रीमती अलका नाथ,नकुल नाथ की पत्नी प्रिया नाथ प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी,नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित हजरों की संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे. दीपक सक्सेना नकुलनाथ के प्रस्तावक बने थे. लेकिन रैली में शामिल नही हुए थे. हालांकि नामांकन पत्र में तीन और प्रस्तावक बनाये गए है जिससे पांढुर्ना विधायक नीलेश उईके, परासिया विधायक सोहन वाल्मीकि, और कांग्रेस महिला अध्यक्ष किरण चौधरी का नाम शामिल है ये सभी वहां मौजूद थे. लेकिन पूर्व मंत्री की गैर मौजूदगी से राजनीतिक पारा चढ़ गया है.

अभी हाल में दीपक सक्सेना ने छोड़ा है कांग्रेस का साथ

हाल ही में पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कांग्रेस,और सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था. दीपक ने पार्टी के नेताओं को एक चिट्ठी भी लिखी थी जिसमें लिखा गया था, ‘मैं साल 1974 से कांग्रेस का सदस्य रहा हूं। साल 1990 से सात बार विधानसभा का चुनाव लड़ा। एमपी कांग्रेस कमेटी में दिग्विजय सिंह के साथ पांच साल तक सह सचिव पद पर रहा हूं. चिठ्ठी के अंत मे लिखा गया था कि वर्तमान परिस्थितियों में मैं अपने दायित्वों का पालन नहीं कर सकूंगा। इसलिए मैं विधायक प्रतिनिधि और संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं.’

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कमलनाथ के बंगले पर पहुंचे थे दीपक सक्सेना

वहीं जब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से कल इमलीखेड़ा हवाई पट्टी पर मीडिया ने दीपक सक्सेना को लेकर उनसे सवाल किया था तब कमल नाथ बोले कि इसका जवाब दीपक सक्सेना देंगे. बता दें कि रूठे दीपक सक्‍सेना को पूर्व सीएम कमलनाथ ने चर्चा के लिए कमलकुंज बुलाया था. जहां उन्‍होंने दीपक सक्‍सेना से विस्‍तार से चर्चा की. बंगले से बाहर आकर पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने मीडिया से बात करते हुए  कहा था कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) में नकुलनाथ के लिए छिंदवाड़ा में काम करेंगे. नामांकन रैली में शामिल होऊंगा और नकुलनाथ का प्रस्तावक बनूँगा.

दीपक के बेटे पहले ही BJP में हो चुके हैं शामिल

दरअसल पूर्व विधायक दीपक सक्‍सेना के बेटे पिछले दिनों बीजेपी की में शामिल हुए है. अब माना जा रहा था कि रूठे दीपक सक्‍सेना भी कांग्रेस से इस्‍तीफा देने के बाद बीजेपी में शामिल हो जाएंगे. दीपक सक्‍सेना के इस्‍तीफे को छिंदवाड़ा में कांग्रेस और कमलनाथ के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, कमलनाथ ने अपने राइट हैंड को चर्चा के लिए बुलाया था.

 एमपी में मिशन 29 पर जुटी BJP

इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी का एमपी में मिशन 29 का लक्ष्‍य है. BJP के कई नेता बयान दे चुकें है, कि इस बार भाजपा एमपी पूरी 29 की 29 सीट जीतेगी. इसी लक्ष्य को पाने के लिए बीजेपी लगातार कांग्रेस को कमजोर करने के लिए उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं को बीजेपी की सदस्‍यता दिला रही है. बीजेपी का फोकस भी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर है.

 

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