‘हम शर्मिंदा हैं, हमारा मुल्क इजरायल का साथ दे रहा’, मौलाना कल्बे जव्वाद बोले- Israel ने 65000 फिलिस्तीनियों की हत्या की

ईरान-इजरायल युद्ध को लेकर मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा, 'ये बेहद अफसोस जनक है कि हम जुल्म करने वाले इजरायल का साथ दे रहे हैं. भारत अमेरिका के साथ है लेकिन ईरान के साथ नहीं है. इजरायल और अमेरिका आतंकवादी हैं. इजरायल ने फिलस्तीन में 65000 से ज्यादा निर्दोष लोगों की हत्या कर दी.'
Shia community demonstrated in Lucknow under the leadership of Maulana Kalbe Jawad

लखनऊ में मौलाना कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में शिया समुदाय ने प्रदर्शन किया

Maulana Kalbe Jawad: शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने ईरान-इजरायल युद्ध को लेकर इजरायल की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि हम शर्मिंदा हैं कि हमारा मुल्क इजरायल का साथ दे रहा है. लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा स्थित आसिफी मस्जिद पर जुमे की नमाज के बाद कल्बे जव्वाद की मौजूदगी में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए. इस दौरान इजरायल और अमेरिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दोनों देशों के झंडे जलाए.

जुल्म करने वाले इजरायल का साथ देना अफसोसजनक

ईरान-इजरायल युद्ध को लेकर मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा, ‘ये बेहद अफसोसजनक है कि हम जुल्म करने वाले इजरायल का साथ दे रहे हैं. भारत अमेरिका के साथ है लेकिन ईरान के साथ नहीं है. इजरायल और अमेरिका आतंकवादी हैं. इजरायल ने फिलस्तीन में 65000 से ज्यादा निर्दोष लोगों की हत्या कर दी. अस्पतालों पर भी बम बरसाए जा रहे हैं लेकिन हम इजरायल और अमेरिका का साथ दे रहे हैं.

मौलाना ने बताया कि हमारे छात्र, तीर्थयात्री और अन्य लोग ईरान और इराक में फंसे हुए हैं. मैं इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करूंगा. जिससे कि ईरान और इराक में फंसे हुए भारतीयों को एयरलिफ्ट करवाकर जल्द ही अपने मुल्क वापस लाया जाए.

लखनऊ में हुए प्रदर्शन के दौरान अमेरिका और इजरायल के झंडे जलाए गए. ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई के जिंदाबाद के नारे लगए.

भारत ने किसी भी देश का खुलकर समर्थन नहीं किया

ईरान और इजरायल के बीच युद्ध लगातार जारी है. इस बीच भारत ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है. युद्ध को लेकर भारत ने औपचारिक रूप से अभी तक किसी भी देश का समर्थन या विरोध नहीं किया है. भारत के दोनों ही देशों ईरान और इजरायल के साथ अच्छे संबंध हैं. ऐसे में भारत कूटनीतिक तरीके से दोनों देशों के साथ बात कर रहा है.

ईरान एक शिया बाहुल्य देश है और भारत में भी शिया मुसलमानों की बड़ी संख्या है. ऐसे में भारत के शिया ईरान का समर्थन कर रहे हैं और इजरायल का लगातार विरोध कर रहे हैं.

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