अब तो हालत ये हो गई है कि ट्रेनें भी बाहर के स्टेशनों पर रोकनी पड़ रही हैं. महाकुंभ 2025 को लेकर रेलवे विभाग ने अतिरिक्त 'मेला स्पेशल' ट्रेनें चलाने का इंतजाम किया था.
7 फरवरी से ही साधु-संतों का काशी की ओर रुख करना शुरू कर दिया है. ये साधु-संत महाशिवरात्रि तक काशी के विभिन्न घाटों पर प्रवास करेंगे. इन घाटों का विशेष महत्व है, जैसे निरंजनी घाट, महानिरवानी घाट, जूना घाट आदि. यहां पर अलग-अलग अखाड़े के साधु-संत अपने-अपने नाम से प्रसिद्ध स्थानों पर ठहरते हैं और वहां भगवान शिव की आराधना करते हैं.
Maha Kumbh 2025: वीकेंड होने पर महाकुंभ में शनिवार और रविवार की छुट्टी के चलते श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. एक तरफ जहां संगम नगरी में पेअर रखने तक की जगह नहीं दिख रही, वहीं प्रयागराज आने वाले सभी रास्तों पर 10-15 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है.
Maha Kumbh 2025: संगम के पास जैसे पैर रखने की जगह नहीं है वैसे ही महाकुंभ जाने वाली ट्रेनों में भी पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है. हालात ये हैं कि लोग ट्रेन के बाथरुम में भी खड़े हो-होकर जा रहे हैं.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के तीनों शाही स्नान पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे थे. महाकुंभ के तीन अमृत स्नान पूरे हो चुके हैं. अब दो महत्वपूर्ण स्नान बचे हैं. जिसमें करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने वाली है.
Maha Kumbh 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज जाएंगे. इस दौरान वह महाकुंभ में संगम तट पर पवित्र स्नान करेंगे.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में तीसरे अमृत स्नान के दौरान श्री रविशंकर जी महाराज रावतपुरा सरकार ने देशवासियों को महाकुंभ का महत्व बताया. साथ ही जनता से पेड़ लगाने की अपील भी की.
Maha Kumbh 2025: ब्रह्म मुहूर्त से अमृत स्नान शुरू होते ही सबसे पहले नागा साधुओं ने हर हर महादेव के उद्घोष के साथ त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई. इस दौरान नागा साधुओं का भव्य जुलूस देखने को मिला.
Budget Session: महाकुंभ भगदड़ को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जनहित याचिका दाखिल की गई थी. जिसके बाद आज इस मामले में सुनवाई होनी थी. लेकिन SC ने इस याचिका को ख़ारिज करते हुए याचिकाकर्ताओं को हाई कोर्ट जाने को कहा है. वहीं, CJI ने महाकुंभ भगदड़ को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
Maha Kumbh 2025: आस्था की डुबकी लगाने के लिए कोई ट्रेन से तो कोई फ्लाइट से यहां पहुंच रहा है. लेकिन इस दौरान फ्लाइट टिकट महंगे और ट्रेनों में टिकट की कमी साफ देखने को मिल रही है. ऐसे में एक शख्स स्कूटी से 1500 किलोमीटर की यात्रा तय कर महाकुंभ पहुंच गया है.