दिल्ली ब्लास्ट का MP कनेक्शन, अल-फलाह यूनिवर्सिटी का चेयरमैन महू का निकला, पुलिस खंगाल रही पुराने रिकॉर्ड

Al-Falah University: दिल्ली धमाके की जांच अब मध्य प्रदेश तक पहुंची है. अल-फलाह यूनिवर्सिटी चेयरमैन जवाद सिद्दीकी का महू से जुड़ाव सामने आया, पुलिस पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है.
Al-Falah University

अल-फलाह यूनिवर्सिटी (फाइल फोटो)

Delhi Blast Investigation: दिल्ली धमाके की आंच अब मध्य प्रदेश तक पहुंच चुकी है. अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद सिद्दीकी का महू कनेक्शन निकलकर सामने आया है. जानकारी के अनुसार जवाद का परिवार महू का रहने वाला है, जो 25 साल पहले महू छोड़कर चला गया था. जवाद का नाम जुड़ने के बाद पुलिस उसके सारे पुराने रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है.

दिल्ली कार धमाके के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी चर्चा में है. क्योंकि कई आरोपियों के यहां से कनेक्शन निकलकर सामने आए हैं. जांच में अब एक और नया महू कनेक्शन सामने आया है. जानकारी के अनुसार जवाद अहमद सिद्दीकी, जो यूनिवर्सिटी का चेयरमैन है. उसने ही महू से अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की थी. वर्तमान में वह ट्रस्ट का अध्यक्ष और यूनिवर्सिटी का कुलाधिपति भी है.

2001 में महू से दिल्ली गया था जवाद

फरीदाबाद में बनी इस यूनिवर्सिटी की शुरुआत इंजीनियरिंग कॉलेज से हुई थी. लेकिन बाद में यह एक बड़ी यूनिवर्सिटी बन गई. जानकारी के अनुसार जवाद सिद्दीकी ने सबसे पहले अल-फलाह नाम की एक निवेश कंपनी खोली थी. जिसमें काफी लोगों से अच्छे मुनाफे की बात करके पैसा जमा कराया और फ्रॉड करके दिल्ली भाग गया. वहीं से कॉलेज की शुरुआत की. देखते ही देखते ही वह काफी बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया. अल-फलाह में आतंकी उमर मोहम्मद, डॉक्टर मुजम्मिल शकील और शाहीन शाहिद भी काम करते थे.

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एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि जवाद का परिवार महू के कायस्थ मोहल्ले में रहता है, उसके दो और भाई हैं. जो महू से ही पढ़े-लिखे हैं. पिता मो. हामिद सिद्दीकी महू के शहर काजी रहे हैं.

अल-फलाह यूनिवर्सिटी में 3 कॉलेज का संचालन

अल-फलाह यूनिवर्सिटी फरीदाबाद जिले में अरावली की तलहटी में लगभग 70 एकड़ में फैली हुई है. इसे अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट संचालित करता है. यूनिवर्सिटी परिसर में 3 कॉलेज चलते हैं. इसमें अल फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, ब्राउन हिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और अल फलाह स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग शामिल है.

कश्मीर से हैं 40% डॉक्टर

अल-फलाह अस्पताल में लगभग 40 प्रतिशत डॉक्टर कश्मीर से हैं. यूनिवर्सिटी कैंपस में ही अल फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर भी है. यहां डॉक्टर्स परामर्श की फीस भी नहीं लेते हैं और बहुत मामूली फीस पर जांचें की जाती हैं. दिल्ली धमाके का आरोपी मोहम्मद उमर नबी भी इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाता है. जिसकी कार में 10 नवंबर को लाल किले के पास ब्लास्ट हुआ था.

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