अजंता की पेंटिंग से आइडिया, हाथ की कारीगरी…दुनिया को चकित करेगा भारत का ये अनोखा जहाज

इंडियन नेवी जहाज
Indian Navy Ancient Ship: आज इंडियन नेवी को एक ऐसा जहाज मिलने जा रहा है, जो दुनिया की किसी भी नेवी के पास नहीं है. यह जहाज न सिर्फ भारत की प्राचीन समुद्री ताकत को दिखाता है, बल्कि सदियों पुरानी तकनीक को भी जिंदा करता है. यह जहाज आज करवार नेवल बेस में नेवी का हिस्सा बन जाएगा. आइए, जानते हैं इस अनोखे जहाज की पूरी कहानी, जो भारत को फिर से समुद्री दुनिया का सिरमौर बनाएगा.
अजंता की पेंटिंग से निकला आइडिया
यह जहाज कोई साधारण जहाज नहीं है. इसे पांचवीं सदी के एक
प्राचीन भारतीय जहाज की तर्ज पर बनाया गया है, जिसका आइडिया अजंता की गुफाओं की एक पेंटिंग से लिया गया. इस जहाज की नींव 12 सितंबर 2023 को रखी गई थी. केरल के कारीगरों ने इसे अपने हाथों से बनाया, वो भी पूरी तरह पारंपरिक तरीके से. लकड़ी, रस्सी और प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल कर हजारों टांके हाथ से सिले गए. इस काम को मशहूर जहाज निर्माता बाबू शंकरण ने लीड किया.
पुरानी तकनीक, नया जोश
यह जहाज आज के मॉडर्न जहाजों से बिल्कुल अलग है. इसमें चौकोर पाल, लकड़ी की पतवारें और हाथ से चलने वाले चप्पू हैं. इसे बनाने में इंडियन नेवी ने आईआईटी मद्रास के समुद्र इंजीनियरिंग विभाग की मदद ली. नेवी ने खुद इसकी मजबूती को परखा, ताकि यह समुद्र की हर चुनौती का सामना कर सके. यह जहाज न सिर्फ भारत की पुरानी समुद्री कला को दिखाता है, बल्कि यह भी बताता है कि हमारे पूर्वज कितने कमाल के इंजीनियर थे.
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समुद्री यात्रा का अगला पड़ाव
नेवी में शामिल होने के बाद यह जहाज अब दुनिया को भारत की समुद्री ताकत दिखाएगा. यह पुराने समुद्री व्यापार मार्गों पर चलेगा, जो सदियों पहले भारत को दुनिया से जोड़ते थे. इसकी पहली यात्रा गुजरात से ओमान तक होगी, जिसकी तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. इंडियन नेवी, संस्कृति मंत्रालय और गोवा की एमएसएमई होडी इनोवेशंस ने मिलकर इस प्रोजेक्ट को अंजाम दिया है.
करवार नेवल बेस में आज एक खास समारोह में केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इस जहाज का नाम बताएंगे और इसे नेवी में शामिल करेंगे. यह पल न सिर्फ नेवी के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का मौका है. यह जहाज सिर्फ एक जहाज नहीं, बल्कि भारत की समुद्री विरासत का जीता-जागता सबूत है.