ICG की तटीय सुरक्षा में सफलता पर रक्षा समिति की मुहर, चेन्नई की बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard-ICG) की तटीय सुरक्षा में भूमिका को लेकर लोकसभा की रक्षा स्थायी समिति ने चेन्नई में एक बैठक आयोजित की. इस बैठक की अध्यक्षता सांसद राधा मोहन सिंह ने की, जिसमें रक्षा मंत्रालय (MoD) और भारतीय तटरक्षक बल के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में तटरक्षक बल की कार्यप्रणाली, समन्वय और सुरक्षा उपायों की प्रगति पर चर्चा की गई, जिसमें ICG की तटीय सुरक्षा में सफलता और भविष्य की योजनाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया गया.
बैठक में समन्वय और तकनीकी प्रगति पर चर्चा
बैठक में भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक एस. परमेश (PTM, TM) ने तटरक्षक बल की कार्यप्रणाली, उसकी रणनीतिक पहलों और तटीय सुरक्षा के मामलों में तैयारियों पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों, सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के प्रयासों और विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय में हो रही प्रगति पर भी चर्चा की.
महानिदेशक एस. परमेश ने भारतीय तटरक्षक बल के विस्तृत निगरानी तंत्र, उन्नत जहाजों की बेड़े के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बल के संचालन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिनमें समुद्री सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए बल की रणनीतियां, जैसे कि अवैध मछली पकड़ना, तस्करी और मानव तस्करी को रोकने के प्रयास, प्रमुख थे.
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सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है ICG
उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय तटरक्षक बल भारतीय तट की सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है और इसके साथ ही महत्वपूर्ण समुद्री व्यापार मार्गों की सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभा रहा है. बैठक के दौरान, समिति के सदस्य भारतीय तटरक्षक बल की हालिया उपलब्धियों से संतुष्ट नजर आए. उन्होंने बल की तटीय सुरक्षा बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने, अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में वृद्धि और अत्याधुनिक तकनीकों के समावेश के लिए की गई कोशिशों की सराहना की.
समिति के सदस्यों ने विशेष रूप से भारतीय तटरक्षक बल के भारतीय समुद्री सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों की सराहना की, जो 11,098 किलोमीटर लंबी तट रेखा को सुरक्षित करने में अहम भूमिका निभा रही है.
तटरक्षक बल की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर भी चर्चा
बैठक के दौरान कहा गया कि भारतीय तटरक्षक बल अपनी क्षमताओं को निरंतर बढ़ा रहा है और आने वाले वर्षों में तटीय सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए नई योजनाओं पर कार्य कर रहा है. तटरक्षक बल की योजना है कि वह और अधिक उन्नत तकनीकी उपकरणों, अत्याधुनिक जहाजों और ड्रोन जैसी नई निगरानी प्रणालियों के माध्यम से समुद्र में सुरक्षा को और प्रभावी बना सके.
भारतीय तटरक्षक बल की यह पहल महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके जरिए न केवल समुद्री सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकता है, बल्कि भारत के अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार के मार्गों की भी रक्षा की जा सकती है. बताते चलें कि भारतीय तटरक्षक बल देश की 11,098 किलोमीटर लंबी तटीय सीमा की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.