MP News: लोकसभा चुनाव में एक्टिव हुईं उमा भारती, ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कर रही प्रचार

Lok Sabha Election 2024: पूर्व सीएम उमा भारती कल लोधी समाज बाहुल्य इलाके में सभाए करती नजर आई. उमा भारती पिछोर, सिरसौद और खोड़ में सभा की ताकि लोधी समाज पर व्यापक असर पड़े.
Uma Bharti election complain in Shivpuri

पूर्व सीएम उमा भारती कल लोधी समाज बाहुल्य इलाके में सभाए करती नजर आई.

Lok Sabha Election: ग्वालियर चंबल अंचल में प्रचार प्रसार का अंतिम दौर जारी है. यहां तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों को रण में पूरी तरह उतार दिया है. इस पूरे लोकसभा चुनाव में गायब रही पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अचानक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में प्रचार प्रसार करने के लिए पहुंची. इस प्रचार प्रसार में पूर्व सीएम उमा भारती जातिगत वोटो को साधते हुए नजर आई. उमा भारती ने जहां-जहां सभाए की वहां लोधी समाज का बहुल है क्योंकि लोधी समाज की उमा भारती इकलौती प्रदेश में सबसे बड़ी नेता है.

MP की हॉट सीट मानी जाती है शिवपुरी लोकसभा सीट

मध्य प्रदेश की सबसे हॉट सीट गुना शिवपुरी जहां से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी मैदान में है. वह खुद पूरे परिवार के साथ दिन-रात प्रचार प्रसार करने में जुटे हुए हैं. अबकी बार वह कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहते जो पिछले चुनाव में हर का कारण बनी. यही वजह है कि जातिगत समीकरण को साधने के लिए लगातार वह बड़े नेताओं का दौरा और सभाएं करवा रहे है. इसलिए वह लगातार अलग-अलग जाति समुदाय के साथ बैठकें करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वही सबसे बड़ा डर अबकी बार सिंधिया को भितरघात का सता रहा है क्योंकि पार्टी ने वर्तमान सांसद केपी यादव का टिकट काटकर सिंधिया को टिकट दिया है. सूत्रों के मुताबिक अंदरूनी यादव वोट बैंक नाराज है लेकिन उन्हें साधने के लिए लगातार सीएम डॉक्टर मोहन यादव भी वहां पर रैली और बैठके आयोजित कर रहे हैं. सिंधिया अबकी बार कोई चूक नहीं करना चाहते हैं. यही कारण है कि अलग-अलग समाजों को साधने के लिए उन्हें समाज की बड़े नेताओं की सभाएं और रैली करवा रहे हैं. इसी कड़ी में पूर्व सीएम उमा भारती कल लोधी समाज बाहुल्य इलाके में सभाए करती नजर आई. उमा भारती पिछोर, सिरसौद और खोड़ में सभा की ताकि लोधी समाज पर व्यापक असर पड़े. इस दौरान उमा भारती सिंधिया की जमकर तारीफ करती नजर आई.

लोधी वोट बैंक निर्णायक भूमिका में

गुना शिवपुरी लोकसभा में यादव और लोधी वोट बैंक काफी निर्णायक माना जाता है इस लोकसभा में यादव वोट बैंक की संख्या लगभग 2 लाख के आसपास है।इस लोक सभा सीट में मुंगावली, चंदेरी, अशोकनगर और कोलारस यादव बाहुल्य विधानसभा हैं, लेकिन केपी यादव का टिकट कटने से यादव समाज में नारागजी है जिसका कांग्रेस लाभ उठाने का प्रयास कर रही है. कांग्रेसी नेताओं के भाषण में केपी यादव के प्रति सहानुभूति रखी जाती है जिससे वोट बैंक को आकर्षित किया जा सके, इसलिए सिंधिया को सबसे बड़ा डर इस वोट बैंक का भी है. इसके अलावा इस लोकसभा में लोधी वोट बैंक भी काफी निर्णायक माना जाता है और इनकी संख्या लगभग 80 हजार के आसपास है. ऐसे में सिंधिया लोधी समाज पर भी फोकस करें हुए हैं. यही कारण है लोधी समाज के वोट बैंकों को साधने के लिए उन्होंने विशेष तौर पर उमा भारती की सभाएं करवाई. इस दौरान उमा भारती यह कहती हुई नजर आई कि मेरे भतीजे(सिंधिया) में मेरे प्राण बसते हैं और ना मैं भूलूंगी और न बीजेपी भूलेगी, जब जब हम सत्ता में पराजित हुए हैं तब तक सत्ता में वापस लाने का काम सिंधिया परिवार ने किया है.

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कांग्रेस पार्टी कस रही तंज

वही इस पूरे लोकसभा चुनाव में उमा भारती के गायब होने को लेकर कांग्रेस तंज कस रही है कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राम पांडे का कहना है कि भाजपा ने ऐसे कई वरिष्ठ नेताओं को साइड लाइन कर दिया है जिसमें उमा भारती भी शामिल है और पार्टी ऐसे वरिष्ठ नेताओं का उपयोग वहां पर करती है जहां उनकी जरूरत होती है ऐसे में सिंधिया को हर का डर सता रहा है इसलिए जातिगत वोटो को साधने के लिए उमा भारती को लेकर आए ताकि लोधी समाज का वोट उन्हें मिल सके।वहीं कांग्रेस के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर का कहना है कि उमा भारती एक संत है और भारतीय जनता पार्टी की एक आदर्श नेता है.

ग्वालियर चंबल अंचल में सिंधिया ही नहीं बल्कि बीजेपी और कांग्रेस की कई दिग्गज जातिगत समीकरण को साधने में जुटे हुई है. अभी हाल में ही राहुल गांधी भिंड दौरे पर आए जहां उन्होंने ओबीसी वर्ग के साथ बैठक आयोजित की तो वहीं आज मुरैना में प्रियंका गांधी में ओबीसी वर्ग के साथ बैठक ली. इसके अलावा एमपी के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी ग्वालियर में यादव समाज के साथ बैठक ले चुके हैं तो वहीं भाजपा और कांग्रेस के तमाम बड़े नेता अलग-अलग जातिगत समीकरण को साधने के लिए बैठके आयोजित कर रहे हैं.

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