Lok Sabha Election: सरगुजा में चार सभाएं कर चुके हैं सीएम विष्णुदेव साय, अमरजीत भगत समेत कांग्रेस नेताओं ने प्रचार से बनाई दूरी

Lok Sabha Election: बीजेपी के बड़े नेता लगातार प्रचार कर रहे है, वहीं कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार के लिए अब तक कोई भी बड़ा नेता नहीं पहुंचा है, कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्त्ता ही प्रचार कर रहें हैं. कांग्रेस सरकार के समय सबसे कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत ने इस चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूरी बना ली है, तो टीएस सिंहदेव भी फील्ड में नहीं के बराबर दिख रहें हैं,
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फाइल फोटो

Lok Sabha Election: सरगुजा लोकसभा सीट में आचार संहिता लगने के बाद प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री चार बार पहुंच चुके हैं, और उन्होंने अलग-अलग जगहों पर सभाएं की है, तो वहीं यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा भी हो चुकी है. अब भाजपा सरगुजा लोकसभा सीट के व्यापारियों को भी साधने में जुटी है, और भाजपा का प्लान है कि हर व्यापारी अपने रेगुलर ग्राहकों को भाजपा के लिए वोट करने प्रेरित करेंगे. मतलब साफ है छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद लगातार चार चुनावों से जीत हासिल कर रही भाजपा किसी भी हाल में इस सीट को खोना नहीं चाहती है. इसलिए यहां भाजपा ने अपना पूरा दम लगा दिया है.

चिंतामणि महाराज को टिकट मिलने से बीजेपी नेता नाराज

सरगुजा लोकसभा सीट को भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में 1.5 लाख से अधिक वोट से जीत हासिल किया था, लेकिन इस बार भाजपा ने यहां कांग्रेस से भाजपा में आए चिंतामणि महाराज को टिकट दिया जबकि भाजपा में कई उम्मीदवार थे. लेकिन अब भाजपा के लिए सालों से काम करने वाले नेता और कार्यकर्त्ता अंदरखाने में नाराज चल रहें हैं जिससे भाजपा की बेचैनी बढ़ गई है. वहीं यह आरोप कांग्रेस के प्रवक्ता डा जेपी श्रीवास्तव ने भी लगाया है और कहा है कि भाजपा के अंदरखाने चल रही लड़ाई का फायदा कांग्रेस को मिलेगा. वहीं भाजपा के नेताओं का कहना है कि भाजपा के नेता एकजुट होकर काम कर रहें हैं, कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री रहे कई नेता चुनाव प्रचार से दूर हैं, और भाजपा बड़ी बहुमत से सरगुजा लोकसभा सीट जीत रही है.

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कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार के लिए नहीं पहुंचा कोई बड़ा नेता

कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार के लिए अब तक यहां कोई भी बड़ा नेता नहीं पहुंचा है, कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्त्ता ही प्रचार कर रहें हैं. कांग्रेस सरकार के समय सबसे कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत ने इस चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूरी बना ली है, तो टीएस सिंहदेव भी फील्ड में नहीं के बराबर दिख रहें हैं, हालांकि उन्होंने इसकी वजह परिवार में स्वास्थगत मामले को बताया था. तो पूर्व शिक्षा मंत्री डा प्रेम साय भी गाहे बगाहे ही दिखते रहे हैं.

मतलब साफ है कि कांग्रेस ताकत के साथ फील्ड में चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन इसके बाद भी भाजपा अपनी कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है. हालांकि यह बात जरूर है कि आने वाले दिनों में तीन मई को सरगुजा लोकसभा सीट में प्रचार के लिए प्रियंका गांधी आने वाली हैं, और इसके लिए यहां लगातार प्रदेश स्तर के बड़े नेताओ का दौरा चल रहा है, इसी सिलसिले में पिछले दिनों दीपक बैज, डा चंदन यादव आ चुके हैं, तो एक दो दिन में कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलेट भी आने वाले हैं.

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