भारत को दो भागों में बांटती है Madhya Pradesh की यह नदी, क्या इन बातों को जानते हैं आप?

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश की नर्मदा नदी उत्तर और दक्षिण भारत के बीच प्राकृतिक सीमा बनाती है और भारत को दो हिस्सों में बांटती है.
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नर्मदा नदी

Madhya Pradesh: देश की 7 प्रमुख नदियों में से एक और मध्य प्रदेश की जीवनदायिनी कही जाने वाली नर्मदा नदी भारत को दो भागों बांटती है. इस नदी को रेवा नदी के नाम से भी जाना जाता है. MP के अनूपपुर जिले के अमरकंटक पर्वत से निकलने वाली नर्मदा नदी उत्तर और दक्षिण भारत के बीच प्राकृतिक सीमा बनाते हुए भारत को उत्तर और दक्षिण भाग में बांटती है.

नर्मदा नदी का उद्गम

नर्मदा नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक पर्वत से हुआ है. यह नदी पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है. नर्मदा नदी भारत की पांचवीं सबसे लंबी नदी है. इसकी लंबाई करीब 1312 KM है. इसे मध्य प्रदेश की जीवन रेखा भी कहा जाता है.

भारत को दो भागों में बांटती है नर्मदा नदी

नर्मदा नदी उत्तर और दक्षिण भारत के बीच एक पारंपरिक सीमा के रूप में कार्य करती है. यह भारत को उत्तर के मालवा पठार और दक्षिण में दक्कन पठार में विभाजित करती है. यह प्रायद्वीपीय क्षेत्र की पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली नदी है, जो उत्तर में विंध्य पर्वतमाला और दक्षिण में सतपुड़ा पर्वतमाला के बीच एक दरार घाटी से होकर बहती है. नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र और गुजरात में बहती है.

नर्मदा नदी का धार्मिक महत्व

नर्मदा नदी को सनातन धर्म में पवित्र नदी माना गया है. इस नदी को मां का दर्जा दिया गया है. मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.

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नर्मदा की सहायक नदियां

नर्मदा नदी की कई सहायक नदियां भी हैं. नर्मदा बेसिन देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का करीब 3% यानी 98,796 वर्ग किलोमीटर में है. इसकी 41 छोटी-बड़ी सहायक नदियां हैं. बर्नर नदी इसकी पहली बड़ी सहायक नदी है, जो बाईं ओर से नर्मदा में मिलती है. दाई ओर से हिरन, तेंदोरी, बरना, कोलार, मान, उरी, हटनी और ओरसांग नदी इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं, जबकि बाई और से बर्नर, बंजार, शेर, शक्कर, दूधी, तवा, गंजाल, छोटा तवा, कुंडी, गोई और कर्जन नदी इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं.

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