‘धनंजय सिंह नॉर्दन इंडिया का सबसे बड़ा डॉन’, जमानत मिलते ही भड़के सपा के बागी विधायक

UP News: अभय सिंह समाजवादी पार्टी से विधायक हैं लेकिन बीते दिनों उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग की थी. इसके बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी है.

अभय सिंह और धनंजय सिंह

UP News: समाजवादी पार्टी के बागी विधायक अभय सिंह ने जेल में बंद पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि धनंजय सिंह आज की तारिख में नॉर्दन इंडिया का सबसे बड़ा डॉन है. अभय सिंह ने कहा कि उसको किसी से खतरा नहीं है बल्कि लोगों को उससे खतरा है.

बता दें कि अपहरण और रंगदारी मामले में सात साल की सजा काट रहे धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है. वह सोमवार या मंगलवार को जेल से बाहर आ सकते हैं. वहीं, इस बीच सपा विधायक अभय सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा किया कि लॉरेंस बिश्नोई ने धनंजय सिंह की वजह से उनपर हमला करवाया. अभय सिंह ने कहा, “धनंजय सिंह आज की तारिख में नॉर्दन इंडिया का सबसे बड़ा डॉन है. चाहे राजस्थान, पंजाब, हरियाणा या यूपी हो उससे बड़ा डॉन कोई नहीं है… उसको किसी से खतरा नहीं है बल्कि लोगों को उससे खतरा है… 2018 में कोर्ट ने कहा था कि ऐसे आदमी के जेल से बाहर रहने का कोई औचित्य नहीं है…”

ये भी पढ़ेंः रैली में आकाश आनंद ने BJP सरकार को बताया आतंकी, BSP के नेशनल को-ऑर्डिनेटर पर केस दर्ज

बता दें कि अभय सिंह समाजवादी पार्टी से विधायक हैं लेकिन बीते दिनों उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग की थी. इसके बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी है.

बरेली के सेंट्रल जेल में बंद हैं धनंजय सिंह

जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली के सेंट्रल जेल में बंद हैं. उनके खिलाफ नमामि गंगे प्रोजेक्ट के मैनेजर अभिनव सिंघल ने साल 2020 में लाइन बाजार पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. सिंघल ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि पूर्व सांसद के गुर्गों ने उनका अपहरण किया. इसके बाद धनंजय सिंह ने पिस्टल से धमकाते हुए सड़क निर्माण में कम गुणवत्ता वाली सामग्री के उपयोग करने का दबाव बनाया और रंगदारी भी मांगी. इसी मामले में पिछले महीने एमपी-एमलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश शरद त्रिपाठी ने धनंजय सिंह को दोषी करार दिया था और कोर्ट ने उन्हें 7 साल की सजा सुनाई थी.

ज़रूर पढ़ें